बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शुक्रवार को अचानक पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बीते 12 दिनों में यह उनका दूसरा दिल्ली दौरा है। कहा तो यही गया कि वह एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने राष्ट्रीय राजधानी गए हैं। लेकिन माना जा रहा कि वे वहां एनडीए नेताओं से मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं। खबर यह भी है कि मुख्यमंत्री के साथ मंत्री अशोक चौधरी और विजय चौधरी भी दिल्ली गए हैं। अटकलें हैं कि चुनाव अब काफी करीब है और अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। संभवत: मुख्यमंत्री सीट बंटवारे पर ही बातचीत शुरू करने के लिए दिल्ली गए हैं।
आधाकारिक तौर पर सीएम के दिल्ली दौरे के बारे में यही बताया गया है कि वे एक निजी कार्यक्रम के लिए दिल्ली जा रहे हैं। उम्मीद है कि वे शाम तक पटना लौट आएंगे। सूत्रों की मानें तो वे देवेश चंद्र ठाकुर के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने उनके आवास पर जाएंगे। इस कार्यक्रम में एनडीए के कई नेता और बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।
माना जा रहा है कि देवेश चंद्र ठाकुर के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ मीटिंग कर सकते हैं। इस मीटिंग में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर बातचीत हो सकती है। चूंकि बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अब ज्यादा समय नहीं है। इसलिए एनडीए में शामिल सभी दल सीट बंटवारा समय रहते निपटा लेना चाह रहे ताकि चुनावी तैयारियों को और धार दी जा सके।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछली बार 24 मई को ही दिल्ली गए थे। इस दिन उनके नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने का भी कार्यक्रम था लेकिन वे इस मीटिंग में नहीं गए थे। अब एक बार फिर नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच गए हैं। बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। वैसे सीएम का यह दौरा निजी बताया जा रहा है, लेकिन चुनावी साल में उनकी राजनीतिक मुलाकातों की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ बिहार एनडीए के घटक दलों में भी सीटों को लेकर बेचैनी है। जहां चिराग सांसदी छोड़ विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं, वहीं मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी सीटें बढ़ाने की मांग कर रही हैं। ऐसे में बिहार एनडीए में सीट बंटवारा कोई आसान नहीं होगा। इसी सब मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश दिल्ली में भाजपा नेताओं से बात कर सकते हैं।