केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में बिहार को विभिन्न योजनाओं के लिए कुल 58,900 करोड़ रुपये का फंड देने का प्रावधान किया गया है। अकेले 26 हजार करोड़ का ऐलान तो सड़कों का जाल बिछाने के लिए किया गया है। इसके तहत राज्य को तीन नए एक्सप्रेस वे दिये गए हैं। इसमें एक एक्सप्रेस वे पटना से पूर्णिया तक, दूसरा बक्सर से भागलपुर तक और तीसरा बोधगया से राजगीर—वैशाली होते हुए दरभंगा तक बनाया जाएगा। इसके अलावा 21,400 करोड़ की लागत से पॉवर प्लांट और बाढ़ नियंत्रण के लिए 11,500 करोड़ का प्रावधान भी बिहार के लिए किया गया है।
उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय बजट को स्वागतयोग्य बताया
बजट में बिहार के लिए किये गए इस ऐलान को रालोमो नेता उपेंद्र कुशवाहा ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर स्वागत योग्य बताया है। उन्होंने कहा कि बजट में देश के स्तर पर गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं पर विशेष ध्यान रखा गया है। बिहार के लिए विशेष धन की व्यवस्था भी अत्यंत ही सराहनीय कदम है। इसके लिए केन्द्र सरकार विशेष रूप से पीएम मोदी को साधुवाद।
बजट को जदयू नेता नीरज कुुमार ने सुकून भरा कहा
वहीं केंद्र की मोदी सरकार में सहयोगी जदयू की भी बजट पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के लिये सुकुन भरी बात है। 26000 करोड़ सडक के निर्माण के लिये मिला है। 21,400 करोड़ की लागत से पॉवर प्लांट और बाढ़ नियंत्रण के लिए 11,500 करोड़ का प्रावधान भी किया गया है। हमारी उम्मीद बरकरार है। अभी और इंतंजार कीजिए। केन्द्रीय बजट से बिहार को काफी उम्मीद है।
केसी त्यागी ने बजट को ऐतिहासिक करार दिया
इधर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने बिहार से जुड़ी घोषणाओं का स्वागत करते हुए कहा कि विकास के ये उपाय राज्य को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होंगे। श्री त्यागी ने राजमार्गों के लिए 26,000 करोड़ रुपये से अधिक और बाढ़ से निपटने के कदमों के लिए 11,500 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन की सराहना की। इसे उन्होंने ‘विशेष वित्तीय सहायता’ करार दिया और कहा कि राज्य में नये हवाई अड्डे और मेडिकल कॉलेज के अलावा गंगा नदी पर दो नए पुलों की घोषणा की गई है। वित्त मंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय को विकसित करने तथा नालंदा-राजगीर गलियारे सहित पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए घोषणाएं की हैं। गया को कोलकाता-अमृतसर गलियारे का मुख्यालय घोषित किया गया है, जबकि तीन नए एक्सप्रेस-वे भी दिए गए हैं। इन घोषणाओं से बिहार में विकास का नया अध्याय शुरू होगा।