तीसरे चरण में झंझारपुर लोकसभा सीट पर 7 मई को मतदान है। लेकिन उससे पहले लालू के ही एक पुराने क्षत्रप ने यहां महागठबंधन के लिए भारी मुसीबत खड़ी कर दी है। लालू के इस चहेते का नाम है गुलब यादव जो राजद से इस सीट पर टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हो गए और बसपा टिकट पर चुनाव मैदान में कूद पड़े। गुलाब यादव के चुनावी समर में आने के बाद यहां त्रिकोणात्मक मुकाबला तय है। इस त्रिकोणीय चक्कर से मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी झंझारपुर में भारी टेंशन में आ गई है।
दिलचस्प हुआ त्रिकोणीय मुकाबला
महागठबंधन के सीट बंटवारे में राजद ने झंझारपुर वीआईपी के खाते में दे दिया। यहां जदयू के सीटिंग सांसद रामप्रीत मंडल जहां एनडीए का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन की तरफ से वीआईपी के सुमन कुमार महासेठ मैदान में हैं। लेकिन यहां का चुनाव तब रोचक हो गया जब लालू यादव की पार्टी राजद की टिकट से गत लोकसभा चुनाव लड़े गुलाब यादव ने टिकट न मिलने पर विद्रोह करते हुए बसपा टिकट पर मैदान में उतर आये।
क्या है बागी गुलाब यादव की ताकत
गुलाब यादव की अपनी जाति के वोटरों पर अच्छी पकड़ है। वे झंझारपुर के विधायक रह चुके हैं और इनका भी राजनीतिक स्टाइल कमोबेश पप्पू यादव की तरह ही है। इनकी पत्नी अंबिका गुलाब यादव निकाय विधान परिषद से एमएलसी तो इनकी बेटी जिला परिषद अध्यक्ष बनी हैं। यह सब गुलाब यादव की पकड़ और राजनीतिक कुशलता की ही देन है। अब तो बसपा से चुनावी मैदान में आने से बसपा से गुलाब यादव के आधार वोट में भी इजाफा हो गया है। ऐसे में गुलाब यादव का राजद से बगावत कर चुनावी अखाड़े में होना, महागठबंधन कैंडिडेट के लिए खतरे की घंटी की तरह है।
जदयू को मिल रहा सीधा लाभ
झंझारपुर में गुलाब यादव के मैदान में उतरने का सीधा लाभ जदयू प्रत्याशी रामप्रीत मंडल को मिलता दिख रहा है। अपने असर और रसूख से गुलाब यादव जितने भी वोट हासिल करेंगे, वह सब महागठबंधन पाले के हीं होंगे। ऐसे हालात में अगर महागठंधन का वोट बिखरता है तो जदयू प्रत्याशी के लिए राह काफी आसान हो जाती है। यही बात झंझारपुर में वीआईपी प्रत्याशी के लिए सिरदर्द पैदा कर रहा। गुलाब यादव ने खुलकर सभाओं और पब्लिक मीटिंग में अपनी बात भी रखी। उन्होंने साफ कहा कि महागठबंधन ने उनके साथ अच्छा नहीं किया। टिकट मुझे दे दिया गया था, लेकिन यह कहकर टिकट वापस ले लिया कि झंझारपुर से अति-पिछड़ा को चुनाव लड़ाएंगे। इसके बाद धोखा करते हुए एक बाहरी व्यक्ति को झंझारपुर का टिकट दे दिया। इसकी कीमत इन्हें चुकानी होगी।
झंझारपुर का चुनावी समीकरण
2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू के रामप्रीत मंडल ने यहां जीत दर्ज की और सांसद बने। उन्हें तब 602391 मत मिला था जबकि राजद के गुलाब यादव को 279440 मत मिले थे। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में स्थितियां बदली हुई हैं। जेडीयू ने फिर रामप्रीत मंडल पर दांव लगाया है तो महागठबंधन ने सीट बंटवारे में वीआईपी को यहां से मौका दिया। वीआईपी के सुमन कुमार महासेठ इस बार यहां महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।