झारखंड की राजधानी रांची, जमशेदपुर और आसपास के जिलों में आज शनिवार की सुबह भूकंप के झटके लगे। भूकंप के झटके रांची—जमशेदपुर के अलावा चाईबासा और खरसावां में भी महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। भूकंप का केंद्र खरसावां जिले से 13 किलोमीटर दूर स्थित था। लोग रोजमार्रा के कामों में व्यस्त थे। तभी अचानक आज सुबह 9:20 बजे उन्हें धरती हिलने और भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और लोगों में हड़कंप मच गया।
रिक्टर स्केल पर 4.3 रही तीव्रता।
इस भूकंप से अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि या नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.3 रही और इसका केंद्र जमीन के काफी अंदर स्थित था जिससे इसकी तीव्रता भी कम रही।
सभी जिलों में लोगों के बीच भूकंप की ही चर्चा हो रही है। लोग अब भी काफी डरे हुए हैं क्योंकि झारखंड भूकंप के प्रभाव क्षेत्र वाले जोन में आता है।
क्यों बार—बार आते हैं भूकंप
हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान आम जनजीवन को उठाना पड़ता है। भूकंप से मकानें गिर जाती हैं, जिसमें दबकर हजारों लोगों की मौत हो जाती है।
भारत में क्या हैं भूकंप के जोन
भूगर्भ विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के कुल भूभाग के लगभग 59 फीसदी हिस्से को भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। वैज्ञानिकों ने भारत में भूकंप क्षेत्र को जोन-2, जोन-3, जोन-4 व जोन-5 यानी 4 भागों में विभाजित किया है। जोन-5 के इलाकों को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, जबकि जोन-2 कम संवेदनशील माना जाता है। हमारे देश की राजधानी दिल्ली भूकंप के जोन-4 में आती है। यहां 7 से अधिक तीव्रता के भी भूकंप आ सकते हैं जिससे बड़ी तबाही हो सकती है।