पार्टी के बड़े नेता और पूर्व एमएलसी रामेश्वर महतो ने आज जदयू से इस्तीफा दे दिया। इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए उन्होंने सीतामढ़ी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर पर बड़ा आरोप लगाया। रामेश्वर ठाकुर ने उनके इस तरह पार्टी छोड़ने के लिए सीधे—सीधे देवेश ठाकुर को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि देवेश चंद्र ठाकुर लगातार पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। वे बिना रुके लगातार पार्टी के दूसरे नेताओं और मेरे खिलाफ उल्टा सीधा बोल रहे हैं। रामेश्वर महतो ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कुछ लोगों द्वारा मिसगाइड होने की बात कही।
जदयू छोड़ने के बाद रामेश्वर महतो ने मीडिया के सामने कहा कि नीतीश कुमार ने देवेश चंद्र ठाकुर को राजनीति सिखाई, उन्हें विधान पार्षद बनाया। लोकसभा चुनाव का टिकट देवेश चंद्र ठाकुर को दिया गया। देवेश चंद्र ठाकुर के लिए मैंने क्षेत्र में रात दिन मेहनत की। लेकिन अब वह मेरे ही खिलाफ उल्टा सीधा बोल रहे हैं। देवेश चंद्र ठाकुर सामंतवादी विचारधारा के नेता हैं। जदयू की नीतियों से वे एकदम विपरित होकर काम करते हैं। दुर्भाग्य है कि इस समय पार्टी भी इस सब से आंख मूंदे हुए है।
महतो ने इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे गए इस्तीफा की प्रति भी मीडिया को उपलब्ध कराई। पूर्व विधान पार्षद ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें (कुमार) को कुछ लोग मिस गाइड कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने जदयू में कुशवाहा नेताओं का शोषण होने का भी आरोप लगाया और कहा कि वह अब कुशवाहा समाज के लोगों के बीच में जाएंगे।
पूर्व एमएलसी महतो ने कहा कि इस समय जदयू में लव-कुश और अतिपिछड़ा की अनदेखी की जा रही है। सीएम के नेतृत्व पर भी सवाल उठाते हुए पूर्व एमएलसी ने कहा कि अब वे पार्टी पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कुछ लोगों को पार्टी चलाने का जिम्मा दे दिया है। और ये जिम्मेदार लोग पार्टी में सिर्फ अपने लोगों को ही तरजीह दे रहे हैं। आगे पूर्व जेडीयू नेता ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में जब नीतीश कुमार ने डॉक्टर वरुण को सिंबल दिया तो देवेश चंद्र ठाकुर ने नीतीश कुमार के ऊपर 10 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया। लेकिन मैं कहता हूं कि देश में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो नीतीश कुमार पर एक रुपये इधर-उधर करने का आरोप लगा सके।