बिहार चुनाव 2025 को लेकर NDA में सीट बंटवारा फाइनल होने के साथ ही इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया। आज सोमवार को सियासी हलचल तेज होने के साथ ही सत्तारूढ़ जदयू को तब बड़ा झटका लगा जब नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके दिनारा के पूर्व विधायक जय कुमार सिंह ने सीट शेयरिंग के ऐलान के ठीक बाद JDU से इस्तीफा दे दिया। पार्टी में राजपूत समाज के कद्दावर चेहरा और पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह ने JDU से इस्तीफा देने के बाद पार्टी नेतृत्व और सीट शेयरिंग की जिम्मेदारी संभालने वालों पर कई गंभीर आरोप लगाए।
दिनारा सीट रालोमो को देने से खफा
जदयू छोड़ने के बाद बिना नाम लिए जयकुमार सिंह ने रालोमो (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा पर तीखा हमला बोला और कहा कि ‘विनिंग रिकॉर्ड नहीं है, सिर्फ मूर्ख बनाकर राज्यसभा और एमएलसी बन जाना है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर यह आरोप भी लगा दिया कि एनडीए में दिनारा का टिकट बेच दिया गया। जयकुमार सिंह ने कहा कि सीट शेयरिंग की जिसको जिम्मेदारी दी गई थी, वह इतने कमजोर निकलेंगे, इसकी कभी कल्पना नहीं की थी। दिनारा में RLM की क्या औकात है। कितनी बड़ी पार्टी है RLM। बिना नाम लिये उपेंद्र कुशवाहा पर उन्होंने कहा कि वे मुर्ख बनाकर राज्यसभा और एमएलसी बन जाते है। उनका जीतने का कोई रिकॉर्ड कहीं है? दिनारा का टिकट बेच दिया गया है।
इधर एनडीए में सीट बंटवारे के बाद जदयू के एक और नेता पूर्व विधायक अशोक सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह जदयू के कद्दावर नेता धूमल सिंह और मंजीत सिंह के भी जदयू से इस्तीफा देने की खबर आ रही है। ये सभी नेता अपनी पार्टी से टिकट के दावेदार थे, लेकिन एनडीए की सीट शेयरिंग में इनकी सीट सहयोगी दलों को चली गईं हैं। इसबीच खबर है कि बिहार एनडीए की आज शाम 4 बजे होने वाली साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी टल गई है। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। एनडीए के सभी पांचों दल मिल कर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। इसकी पूरी तैयारी की जा चुकी थी। मगर, आखिरी वक्त में प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस टलने को जदयू में इस्तीफों की झड़ी लगने से जोड़कर देखा जा रहा है।