ओडिशा में भाजपा ने नवीन पटनायक का 24 वर्षों से अजेय किला ढहाते हुए बंपर जीत हासिल की है। 147 सदस्यों वाली ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 78 सीटों पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। अब भाजपा के सीएम को लेकर अटकलें शुरू हो गईं हैं। खबर है कि मुख्मंत्री पद के लिए धर्मेंद्र प्रधान और लक्ष्मण बाग रेस में सबसे आगे हैं। 9 जून को प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद 10 जून की शाम 6 बजे ओडिशा के नये मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जाएगी।
खुले मैदान में 10 जून को शपथ समारोह
रिपोर्ट के मुताबिक इस बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन की जगह खुले मैदान में होगा। इसमें आम लोगों की भी सीधी भागीदारी होगी। राज्य में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बीजेपी सरकार बनाने जा रही है।
धर्मेंद्र प्रधान सीएम की दौड़ में सबसे आगे
हालांकि बीजेपी की तरफ से अभी सीएम फेस की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन धर्मेंद्र प्रधान का नाम सबसे आगे है। फिलहाल वह ओडिशा के संबलपुर से सांसद हैं। ओडिशा अस्मिता अभियान की अगुवाई उन्होंने ही की थी। वह 10 साल तक केंद्र में मंत्री रहे हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर साल 2000 में विधायक के तौर पर शुरू किया और 2004 में वह ओडिशा के देवगढ़ से सांसद बने। उन्होंने बिहार, ओडिशा, झारखंड, उत्तराखंड और कर्नाटक में भाजपा के चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाली है।
पटनायक को हरा लक्ष्मण बाग भी रेस में
लक्ष्मण बाग ने ओडिशा के पांच बार के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को उनके ही गढ़ में शिकस्त दी है। उन्होंने बोलांगीर जिले की कांटाबांजी विधानसभा सीट पर जीत हासिल कर सबकी वाहवाही लूटी। लक्ष्मण बाग ओडिशा के एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। दिहाड़ी मजदूरी से लेकर ट्रक खलासी के तौर पर अपना जीवन शुरू किया। बाद में उन्होंने अपना ट्रांसपोर्ट का कारोबार शुरू किया और फिर राजनीति में कदम रखा। साल 2014 के चुनाव में वह इस सीट पर तीसरे नंबर पर रहे और 2019 में वह कांग्रेस उम्मीदवार से महज 128 वोटों के अंतर से हार गए। लेकिन 2024 के चुनाव में उन्होंने नया कीर्तिमान रच दिया।