लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का चुनाव प्रचार आज शाम से थम जाएगा। बिहार की 8 सीटों पर इस चरण में 1 जून को वोट पड़ेंगे। अगर मुकाबले के लिहाज से देखें तो इस चरण की तीन सीटों पर बहुकोणीय फाइट है तो पांच सीटों पर सीधी टक्कर। जहां—जहां सीधी लड़ाई है, वहां एनडीए अपर हैंड में है तो बहुकोणीय फाइट वाली सीटों पर वह संघर्ष कर रही है। दूसरी तरफ इंडिया महागठबंधन बहुकोणीय मुकाबले वाली सीटों पर अपने एमवाई के बूते सहज है लेकिन सीधी फाइट वाली सीटों पर उसे कड़ी टक्कर झेलनी पड़ रही।
5 सीटों पर सीधी टक्कर, 3 पर बहुकोणीय फाइट
जिन सीटों पर इस चरण में वोट पड़ेंगे उनमें पटना साहिब, पाटलिपुत्र के अलावा नालंदा, जहानाबाद, भोजपुर, बक्सर, सासाराम और काराकाट सीटें आती हैं। इनमें काराकाट, बक्सर और जहानाबाद में बहुकोणीय मुकाबला है, जबकि बाकी सीटों पर डायरेक्ट फाइट। बहुकोणीय मुकाबले वाली सीटों पर न एनडीए और न इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी ही सहज महसूस कर रहा। दोनों गठबंधनों को अपने बागियों से खतरा है कि वे उनके कोर वोटबैंक में सेध न लगा दें।
इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी दांव पर
इस चरण में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पाटलिपुत्र सीट से लालू यादव की बेटी मीसा भारती तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं जिन्हें रामकृपाल यादव टक्कर दे रहे हैं। पटना साहिब से भाजपा के रवि शंकर प्रसाद दूसरी बार मुकाबले में हैं।आरा सीट पर पूर्व आईएएस और दो बार सांसद रहे आरके सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इस सीट पर उन्हें सीधी फाइट में सीपीआई एमएल के सुदामा प्रसाद टक्कर दे रहे हैं। नालंदा में जदयू ने अपने पुराने महारथी कौशलेंद्र कुमार को उतारा है तो इंडिया गठबंधन ने वामपंथी युवा प्रत्याशी पर दांव लगाया है।
काराकाट, बक्सर, जहानाबाद में दिलचस्प मुकाबला
सबसे दिलचस्प मुकाबला काराकाट लोकसभा सीट पर है जहां पवन सिंह ने चुनाव मैदान में कूदकर एनडीए के उपेंद्र कुशवाहा और सीपीआईएमएल से राजाराम सिंह के लिए मुश्किल पैदा कर दी है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। कुछ ऐसा ही हाल बक्सर और जहानाबाद का है जहां बागियों और निर्दलीयों ने मुकाबले को बहुकोणीय बना दिया है। बक्सर में निर्दलीय आनंद मिश्रा और ददन पहलवान यादव के साथ ही बसपा ने भी कैंडिडेट उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है। जहानाबाद में राजद, जदयू को बसपा और निर्दलीय प्रत्याशियों ने डरा रखा है।