नवादा : जिले के हिसुआ विधान सभा क्षेत्र के सोनसा पंचायत की सोनसा गांव में पेयजल संकट विकराल रूप धारण कर लिया है। पेयजल के लिए यहां सरकार द्वारा प्रदत्त नल जल सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर दम तोड़ चुका है। प्यास बुझाने की खातिर पानी के लिए खासकर समाज के कमजोर वर्गों में हाहाकर व कोहराम मचा हुआ है। पेयजल के लिए जबर्दस्त अफरा-तफरी की स्थिति उतपन्न हो गई है।
नल जल योजना सरकार व जन प्रतिनिधि की उपेक्षा व लापरवाही के चलते सोनसा गांव में बड़ी भयंकर पेयजल की समस्या बनकर उभरी है। समाज के कमजोर तबके के लोग पानी के लिए मानो कोई रेलवे स्टेशन पर आपाधापी टिकट लेने की होड़ जैसी भीड़ की कतारें लगी हो। संबंधित सरकारी अधिकारी व जन प्रतिनिधि उभरते जन शिकायत के बावजूद कानों में तेल डालकर कुम्भकर्णी निद्रा में सो रहे हैं। उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है और न तो कोई सार्थक पहल की जा रही है।
सवाल है कि यहाँ की तथाकथित सुशासन व कानून की राज में सरकार व जनप्रतिनिधि आखिर आम अवाम के प्रति कितने संवेदनशून्य हो गए हैं,इसी से इसका अंदाजा व हकीकत का पता लगाया जा सकता है। डबल इंजन की कथित सुशासन राज में विकास की गंगा बहने का ढिंढोरा सिर्फ पिटने व खुद अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त है। दूसरी ओर जमीनी सच्चाई कुछ और ही वयां कर रही है। पेयजल संकट से मुक्ति को ले जनता आंदोलन के मूड में हैं। जनता का आक्रोश कब विस्फोटक रूप अख्तियार कर लेगा कहना मुश्किल है।
भईया जी की रिपोर्ट