जमुई जिले में एक सरकारी शिक्षिका के साथ गजब कांड हो गया। सक्षमता परीक्षा पास करने पर उसे 30 दिसंबर को ज्वाइनिंग लेटर मिला और इसके अगले ही दिन 31 दिसंबर को वह रिटायर हो गई। मामला जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत प्लस टू उच्च विद्यालय शोभाखन का है। यहां कार्यरत नियोजित शिक्षिका अनिता कुमारी के सामने किस्मत ने गजब खेल खेला और सक्षमता परीक्षा पास करने के बावजूद वह इसका लाभ नहीं ले सकी और बतौर विशिष्ट शिक्षिका एक भी दिन नौकरी नहीं कर पाई।
शिक्षिका अनीता का कहना है कि 60 साल की आयु पूर्ण करने के बाद उन्हें सेवानिवृत्ति मिल गई। दुख इस बात का है कि 2024 में विशिष्ट शिक्षक बनने के लिए सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद एक दिन भी विशिष्ट शिक्षक के रूप में कार्य नहीं कर पाईं। परीक्षा फल कई महीने पूर्व ही प्रकाशित हो चुका था। लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र रिटायरमेंट के केवल एक दिन पहले दिया गया। नए नियुक्ति पत्र के आधार पर उन्हें एक से सात जनवरी 2025 तक उक्त विद्यालय में ही योगदान करना था। मगर 31 दिसंबर को ही उनकी उम्र 60 वर्ष हो गई जिससे शिक्षिका अनीता कुमारी रिटायर हो गईं। विभागीय नियमानुसार किसी शिक्षक की आयु 60 वर्ष पूर्ण होने के बाद उन्हें सेवानिवृत्ति दी जाती है। अनीता कुमारी भी 60 वर्ष आयु पूर्ण होने के उपरांत सेवानिवृत्त हो गई हैं।
जानकारी हो कि प्लस टू उच्च विद्यालय, शोभाखान में कार्यरत अनीता कुमारी ने दिसंबर 2006 में पंचायत शिक्षिका के रूप में योगदान दिया था। इसके बाद उन्होंने टीईटी पास कर छह मार्च 2014 को हाई स्कूल की शिक्षिका के रूप में योगदान दिया। अब इस वर्ष 2024 में उन्होंने सक्षमता वन की परीक्षा पास की। उन्हें 30 दिसंबर, 2024 को विशिष्ट शिक्षक के रूप में योगदान करने के लिए नियुक्ति पत्र दिया गया। लेकिन वह 31 दिसंबर को ही रिटायर हो गईं।
अनीता कुमारी असमंजस में थीं कि आखिर विशिष्ट शिक्षक नियमावली के तहत वह नियुक्ति पत्र लें या नहीं। 31 दिसंबर, 2024 को 60 वर्ष की आयु पूरी होने के कारण वह सेवानिवृत्त हो जाएंगी और विशिष्ट शिक्षक बनने का कोई लाभ उन्हें नहीं मिल पाएगा।