वैभव सूर्यवंशी ने 35 गेंदों पर शतक जड़ रिकॉर्ड बना दिया। वैभव ऐसा करिश्मा करने वाले पहले भारतीय हैं। उनकी उम्र और उनका पता, दोनों दुनिया को अचरज में डालता है। वैभव बिहार में जन्मे-पले-बढ़े-खेले हैं और महज 14 साल एक महीने उनकी उम्र है। समस्तीपुर में ताजपुर के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए मात्र 35 बॉल में शतक लगा दिया। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय और विश्व में दूसरे नंबर के खिलाड़ी बन गये हैं। इससे पहले क्रिस गेल ने 2013 में 30 बॉल पर सेंचुरी लगाया था। वैभव सूर्यवंशी आज राजस्थान रॉयल्स की ओर से ओपनिंग करने उतरे और गुजरात टाइटंस के खिलाफ महज 35 बॉल में 100 रन बना दिया।
समस्तीपुर के ताजपुर में जन्म, पटेल मैदान में प्रैक्टिस
वैभव की सफलता के बाद पूरे बिहार में जश्न का माहौल है। वैभव का शतक पूरा होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए और आतिशबाजी शुरू कर दी। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने भी वैभव सूर्यवंशी को बधाई दी। समस्तीपुर शहर स्थित पटेल मैदान में वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच रहे बृजेश कुमार झा के साथ उनके बचपन के साथी खिलाड़ियों ने जमकर दिवाली मनाई। लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार भी किया। वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच बृजेश झा ने बताया कि आज सीना चौड़ा हो गया। छह साल की उम्र से इसी पटेल मैदान में वह प्रेक्टिस करने के लिए पहुंचा था। आज वह आईपीएल खेल रहा है और उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द ही वह भारत की नीली जर्सी में नजर आएगा। उन्होंने बताया कि दोपहर में तीन-चार मिनट के लिए उससे फोन पर बातचीत हुई थी।
आईपीएल में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी
वैभव का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर में हुआ था। वह इस वर्ष के आईपीएल में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। उन्होंने जनवरी 2024 में मात्र 12 वर्ष और 284 दिनों की उम्र में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था। वैभव सूर्यवंशी के पिता संजीव सूर्यवंशी का कहना है कि वैभव महज पांच साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि वैभव सूर्यवंशी बचपन से ही क्रिकेट का शौकीन था। क्रिकेट के प्रति उसके लगन को देखते हुए शहर के पटेल मैदान में क्रिकेट के गुरु बृजेश झा के पास उसे सीखने के लिए भेजा। प्रारंभिक ज्ञान के बाद वैभव को लेकर पटना ले जाने लगे। वैभव के इस करिश्माई प्रदर्शन के बाद उसके गांव ताजपुर में भी जश्न का माहौल है। गांववालों का कहना है कि हम यही चाहते हैं, इसी तरह से सूर्यवंशी का वैभव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छाये।