चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने पर भारत सरकार ने रोक लगा दी है। सरकार के इस फैसले पर अब बिहार में भी राजनीतिक रोटी सेंकने का स्कोप देखा जाने लगा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान दिया कि खेल कूद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान जाने देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कह डाला कि प्रधानमंत्री बिरयानी खाने के लिए खुद पाकिस्तान जा सकते हैं तो टीम इंडिया के वहां जाने पर क्या आपत्ति है। अब तेजस्वी के इस बयान पर रालोमो अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने उनकी हद याद दिलाते हुए कहा कि रहने दीजिए। यह सब आपके बूते से बाहर की चीज है। आप बिहार और अपनी पार्टी की खस्ता हालत की चिंता करें तो ठीक होगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इंटरनेशनल मामलों में कब क्या ऐक्शन लेना है यह भारत सरकार की जवाबदेही है। कोई एक व्यक्ति भारत के किसी एक गांव में बैठकर इस तरह की बात करे, खासकर विदेशी मामलों में ये ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री पूरी तरह सक्षम हैं कि इस देश के प्रति क्या करना चाहिए। कहां टीम जाए या नहीं जाए उसपर फैसला लेने का काम भारत सरकार का है। मालूम हो कि तेजस्वी ने रांची में हेमंत सोरेन के शपथ से लौटने के बाद बयान दिया था कि भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान भेजने में क्या दिक्कत है? जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिरयानी खाने के लिए पाकिस्तान जा सकते हैं तो फिर टीम इंडिया वहां खेलने क्यों नहीं जा सकती।
इधर बिहार भाजपा ने भी तेजस्वी के इस बयान पर पलटवार किया। भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने कहा है कि तेजस्वी तय नहीं करेंगे कि इंडियन टीम पाकिस्तान जाएगी या नहीं। ये इंडियन टीम को ही तय करना है। कि वो वहां खेलना चाहती है, या नहीं। आपको बता दें सुरक्षा कारणों मे टीम इंडिया ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया है। जिसके बाद से हाईब्रिड मॉडल की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि आईसीसी के इस प्रस्ताव को भी पीसीबी ने ठुकरा दिया है।