नवादा : भारतीय संस्कृति में आदर्श नारीत्व का प्रतीक वट सावित्री व्रत मनाया गया। अपने सुहाग की दीर्घायु की कामना के लिये स्त्रियां ये व्रत करती हैं। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाए जानेवाले इस व्रत में वट और सावित्री की पूजा की जाती है।
सत्यवान-सावित्री की मूर्ति की किया पूजा
सुहागन महिलाएं वटवृक्ष के नीचे सत्यवान एवं सावित्री की मूर्ति स्थापित कर, धूप, दीप, रोली- सिंदूर से पूजन किया और क्षलाल कपड़ा सत्यवान और सावित्री को निवेदित किया।
अत्यंत पवित्र है बरगद का पेड़
वट यानी बरगद का पेड़ पीपल की तरह ही पवित्र माना जाता है। वटवृक्ष को देवताओं का वृक्ष यानी देववृक्ष कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बरगद की जड़ में ब्रम्हा, मूल भाग में भगवान विष्णु और अग्रभाग में देवाधिदेव महादेव स्थित होते हैं। देवी सावित्री वटवृक्ष में ही प्रतिष्ठित रहती हैं। कहते हैं कि इसी पेड़ के नीचे सावित्री ने अपने पति को यमराज से वापस पाया था तभी से इसे वट सावित्री के नाम से जाना जाने लगा।
वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा करने से लाभ
पूजा अर्चना करने के बाद महिलाओं ने घर जा पंखे से अपने पति को हवा दिया और पति का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। हिंदू पुराण में बरगद के पैर में ब्रह्मा विष्णु और महेश का वास बताया जाता है। मान्यता के अनुसार ब्रह्मा वृक्ष की जड़ में ,विष्णु इसके तने में और शिव ऊपरी भाग में रहते हैं। इसी वजह से व्रत को वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजन करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
आज के ही दिन सावित्री ने अपने पति के प्राणों की रक्षा यमराज से की थी। आज का दिन सावित्री का है और पति के प्रति प्रेम निष्ठा का यह अनुष्ठान आज महिलाओं के बीच मानया जा रहा है। सुहागिन महिलाओं ने कहा कि आज अपने सुहाग की रक्षा और उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए वो सभी लोग सावित्री व्रत पूजा कर रही हैं और बरगद के पेड़ पर उन्होंने पूरी विधि के साथ जल अर्पण कर रक्षा सूत्र बांधा है।
सुहागिनों ने किया सोलह श्रृंगार
सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना को लेकर आज वट सावित्री व्रत रखा। मौके पर उन्होंने वट यानी बरगद के पेड़ के नीचे पूजा-अर्चना की। जिले में विभिन्न जगहों पर मंदिरों एवं बरगद के पेड़ के पास व्रत और पूजा को ले बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। सुबह से ही महिलाओं की भीड़ मंदिरों में लगी रही। सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर पूरे आस्था के साथ वट सावित्री की पूजा में लीन नजर आई।
भईया जी की रिपोर्ट