मुजफ्फरपुर में मासूम के साथ दुष्कर्म और उसके बाद पटना के पीएमसीएच में उसके इलाज में बरती गई लापरवाही को लेकर बिहार में बवाल मचा हुआ है। विपक्ष और पक्ष दोनों ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। आज मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सामने आए और उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस मामले में रेप पीड़िता बच्ची के इलाज में पटना के पीएमसीएच में बरती गई लापरवाही की भी जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन किया है जो इस मामले की जांच करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैंने उच्च अधिकारियों के साथ विमर्श किया और यह फैसला लिया कि स्वास्थ्य विभाग के तीनों निदेशक प्रमुखों के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनेगी जो इस मामले की जांच करेगी। इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी भी हुई और 15 दिनों के भीतर स्पीडी ट्रायल चलाकर जल्द से जल्द उसे सजा दिलाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि तीनों डायरेक्टर इन चीफ मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच भी जायेंगे और वहां भी जांच करेंगे और सरकार को रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट आने के बाद सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मासूम के साथ बलात्कार की इस घटना ने सभ्य समाज को कलंकित किया है। पीएमसीएच में लापरवाही वाले मामले पर उन्होंने कहा कि बच्ची को घटना के बाद पहले मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच लाया गया था जहां पहले उपचार किया गया। इसके बाद फिर पीएमसीएच लाया गया। कमेटी पीएमसीएच में बच्ची के इलाज में लापरवाही की भी जांच करेगी। इसबीच दलित बचची के दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीएमसीएच की संवेदनशीलता और लापरवाही सामने आने के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो उठी है। एनडीए में शामिल उपेंद्र कुशवाहा ने भी सोशल मीडिया पर यह मुद्दा उठाया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है। पोस्ट में उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले में संज्ञान लें और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं। अपने पोस्ट में उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा, आपके नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से बिहार का कोई कोना अछूता नहीं है।