कल नौ जून को प्रधानमंत्री मोदी ने शपथ लेने के साथ ही देश की लगातार तीसरी बार कमान संभाल ली। उनके साथ कुल 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। इन्हीं में बीजेपी के भी एक राज्य मंंत्री ने भी शपथ ग्रहण की। लेकिन ताज्जुब यह कि आज उस भाजपाई मंत्री ने पद छोड़ने और जिम्मेदारी से मुक्त कर देने की गुजारिश सरकार से की है। ये नेता हैं भाजपा के केरल से जीते एक मात्र सांसद और अब मोदी सरकार में मंत्री सुरेश गोपी।
केरल से बीजेपी के पहले और एकमात्र सांसद
दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह के ठीए बाद एक चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि जल्द ही उन्हें पद से मुक्त कर दिया जाएगा। उनका कहना था कि मैंने कई फिल्में साइन की हैं और उन्हें करना है। ऐसे में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालना मेरे लिए मुश्किल होगा। मैं त्रिशूर के सांसद के तौर पर काम करता रहूंगा।
फिल्में पहले से साइन अत: कांट्रैक्ट की बाध्यता
सुरेश गोपी ने कहा कि वह सिर्फ एक सांसद के तौर पर अपने क्षेत्र के लिए काम करना चाहते हैं और उन्हें मंत्री पद की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह पद नहीं मांगा था और वह जल्द ही इस पद से मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपनी फिल्में करना चाहते हैं और वह त्रिशूर के लोगों के लिए काम करेंगे। लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने केरल में पहली बार अपना खाता खोला है। सुरेश गोपी ने बीजेपी के टिकट पर त्रिशूर से चुनाव लड़ा था और उन्होंने जीत हासिल करके इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया।