मोदी कैबिनेट 3.0 का आज शम सवा 7 बजे प्रधानमंत्री मोदी के शपथ लेने के साथ ही गठन हो जाएगा। लेकिन मोदी कैबिनेट के सबसे पॉवरफुल मंत्रालयों—गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालयों में कौन कौन होगा?… बीजेपी के सहयोगी दलों को क्या मिलेगा? इन सवालों से पर्दा नहीं हटा है। हालांकि मंत्रियों की लिस्ट फाइनल हो गई है और नीतीश तथा चंद्रबाबू नायडू की पार्टियों के लिए फॉर्मूले तय हो गये हैं।
इन सब चर्चाओं के बीच संकेत मिले हैं कि पीएम मोदी ने एनडीए सहयोगियों को उनकी मांगों को ‘उचित सीमा’ तक कम करने के लिए कहा है। इसमें साफ कहा गया कि कैबिनेट समिति में शामिल चार मंत्रालयों-गृह, रक्षा, वित्त और विदेश सहित कोई भी महत्वपूर्ण मंत्रालय सहयोगी दलों को नहीं दिया जाएगा। मतलब साफ है कि पीएम मोदी राष्ट्र से संबंधित मामलों में बेहद दृढ़ हैं।
यह भी कहा जा रहा कि भाजपा शिक्षा, संसदीय मामले, संस्कृति और सूचना एवं प्रसारण विभाग अपने पास ही रखेगी। साथ ही यह भी कोशिश रहेगी कि लोकसभा स्पीकर का पद भी बीजेपी के पास ही रहे। टीडीपी और जदयू समेत सभी सहयोगी दलों के पास 12 से लेकर 15 मंत्रियों का प्रतिनिधित्व हो सकता है।