राजधानी पटना में बीती रात जमीन कारोबारी और RJD के पूर्व नेता राजकुमार राय उर्फ आला राय की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। राजकुमार राय राघोपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें अपराधियों ने बीच सड़क दौड़ा-दौड़ाकर छह गोलियां मारीं जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास मुन्नाचक रोड नंबर 17 में अंजाम दिया गया। इस सनसनीखेज वारदात के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। राजकुमार राय उर्फ आला राय राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। यह वही सीट है जो आरजेडी का गढ़ मानी जाती है। लालू यादव परिवार की प्रतिष्ठा से जुड़ी इस विधानसभा सीट से राजद नेता और लालू पुत्र तेजस्वी यादव चुनाव लड़ने वाले हैं।
राघोपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी
मिली जानकारी के अनुसार राजकुमार राय वैशाली जिले में राघोपुर के रामपुर श्यामचंद मीरमपुर के रहने वाले थे। उनका मुख्य पेशा राजनीति और जमीन कारोबार था। राजकुमार राय RJD के पंचायती राज प्रकोष्ठ के वैशाली जिलाध्यक्ष भी रह चुके थे। पूर्व में वे राघोपुर विधासभा क्षेत्र से से चुनाव भी लड़ चुके थे। हाल में उन्होंने RJD से बगावती रुख अख्तियार कर लिया और वे इस बार राघोपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इससे RJD उनसे काफी खफा थी क्योंकि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव यहां से लगातार चुनाव लड़ते आ रहे हैं। राजकुमार राय की राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है और वे वहां तेजस्वी को काफी कड़ी चुनौती दे रहे थे। पार्टी की तरफ से उन्हें समझाने की भी कई बार कोशिश होने की बात कही जा रही है, लेकिन राजकुमार राय चुनाव में यहां से खड़े होने पर अड़े हुए थे।
इस तरह हुई पूरी वारदात
बताया जाता है कि बीती रात राजकुमार राय अपने ड्राइवर के साथ घर लौट रहे थे। उनके ड्राइवर ने बताया कि घर पहुंचने से पहले वे पास की दुकान से मसाला खरीदने के लिए गाड़ी रुकवाकर उतरे। तभी वहां पहले से घात लगाए दो हमलावरों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। अपराधियों की एक गोली दुकान के अंदर रखे फ्रिज पर लगी। इसके बाद राजकुमार राय वहां से दौड़ते हुए भागने लगे। लेकिन अपराधियों ने पीछा कर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें राय को छह गोलियां लगीं और वे मौके पर ढेर हो गए। बताया जाता है कि 6 में से 2 गोलियां तो उनके आंख में लगी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से छह खाली खोखे बरामद किए। फिलहाल पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
जमीन कारोबार और सियासी एंगल
पुलिस के अनुसार इस हत्या की जांच सभी एंगल को ध्यान में रखकर की जा रही है। इसमें सियासी एंगल भी शामिल है।
माना जा रहा है कि राजकुमार राय का राघोपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान सीधे-सीधे तेजस्वी यादव और राजद को चुनौती देना रहा होगा। वहां राजकुमार राय की सक्रियता आरजेडी का समीकरण बिगड़ सकती थी। राजकुमार राय के राघोपुर में खड़ा होने से आरजेडी के वोटों का बंटवारा होना तय था। ऐसे में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को वहां अप्रत्यक्ष फायदा मिल सकता था। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और इस कांड की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। जांच के दायरे में जमीन कारोबार के विवाद वाले एंगल की भी पुलिस जांच कर रही है।