नवादा : जिले में पुलिस की मनमानी चरम पर है। कारण स्पष्ट है पुलिस कप्तान का कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं करवाया जाना। ऐसे में हर किसी की मनमानी चरम पर है। थाने में अवैध वसूली का आडियो -वीडीओ वायरल होने के बावजूद कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं हो रही है ऐसे में पुलिस का मनोबल बढ़ता जा रहा है तो आम पब्लिक त्राहि-त्राहि कर रही है। ताज़ा मामला वारिसलीगंज थाना परिसर का है। वारिसलीगंज थाना परिसर में प्रखंड के राजद नेता सह मकनपुर पैक्स अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव के साथ थाने में पदस्थापित अवर पुलिस निरीक्षक सुभाष प्रसाद के द्वारा गाली गलौज करने का मामला सामने आया आया है।
सुरेन्द्र यादव के साथ थानेदार के द्वारा किये गए गाली गलौज का ऑडियो वायरल हो रहा है।इस सबंध में अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने बताया कि वे थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव का एक पारिवारिक मामले के सिलसिले में थाने में गए थे।थाने में बैठे अवर निरीक्षक सुभाष प्रसाद से मामले को आपसी सहमति के आधार पर सुलझाने का आग्रह किया। इतनी ही बात पर मेरे साथ अभद्र व्यवहार करते हुए भद्दी -भद्दी गलियां देना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि पिछले तीस बर्षो से सामाजिक जीवन एवं राजनैतिक जीवन में आम लोगो की समस्याओं को लेकर अधिकारियो से संवाद कर समस्याओं का निराकरण कराने एवं पुलिस को सहयोग करने का कार्य करता रहा हूँ, लेकिन सुभाष प्रसाद ने जो व्यवहार थाना परिसर में किया इस प्रकार की बेइज्जती कभी नहीं हुई । एक सम्मानित जनप्रतिनिधि के साथ ज़ब वारिसलीगंज पुलिस का रवैया इस प्रकार है तो आम लोगों की क्या स्थिति हो सकती हैं, यह अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी शिकायत एसपी से लेकर डीजीपी तक करूंगा।
बहरहाल जिले के कई थाने का यही हाल है। थाने में पदस्थापित थानेदार से लेकर चौकीदार तक आकंठ भ्र्ष्टाचार की गंगोत्री में डुबकी लगा रहें है। यहां तक कि केस में नाम हटाने को लेकर जिले के अकबरपुर पुलिस के द्वारा पैसा मांगने का ऑडियो वायरल हो रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार के द्वारा पुलिस पब्लिक के बीच मैत्री का संबध कैसे स्थापित हो सकता है? यह बड़ा सवाल है। घटना को लेकर प्रखंड के दर्जनों नेताओं ने थानेदार के द्वारा किये गए अमानवीय व्यवहार की निंदा करते हुए ऐसे पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है।अब नवादा एसपी अभिनव धीमान ऐसे गालीबाज दारोगा को क्या इनाम देतें हैं? इसका इंतजार हर किसी को रहेगा।
भईया जी की रिपोर्ट