अरवल –बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष व बिहार विधान परिषद् के सदस्य केदार नाथ पांडेय को उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर याद किया गया। जगदीश ब्रजकिशोर उच्च माध्यमिक विद्यालय, कामता के परिसर में शिक्षकों, छात्रों, सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तदुपरांत जी.ए. उच्च माध्यमिक विद्यालय, अरवल के प्रधानाध्यापक भीखर रविदास की अध्यक्षता में ‛शिक्षक आंदोलन और केदार नाथ पाण्डेय’ विषय पर एक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका संचालन वरिष्ठ शिक्षक गौतम कुमार राणा ने किया।
बतौर अध्यक्षीय वक्ता भीखर रविदास ने कहा कि केदार नाथ पाण्डेय ने अपने जीवन की आधी सदी शिक्षा आंदोलन को समर्पित है। वे 1970 से 2022 तक बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर शिक्षा और शिक्षकों की बेहतरी के लिए जूझते रहे हैं। वे शिक्षक आंदोलन में खुद जेल जाया करते थे और उनके कहने पर शिक्षक जेल भर दिया करते थे। नतीजतन बिहार के शिक्षकों को अनेक प्रकार की सुविधाएँ प्राप्त हुई हैं जो अन्य राज्यों के शिक्षकों को प्राप्त नहीं थीं।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ, अरवल के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. अम्बुज कुमार ने कहा कि केदार नाथ पाण्डेय 1992 से 2016 तक लगातार बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव रहे और 2016 से जीवनपर्यंत अध्यक्ष बने रहे। वे भी रहे। वे 2002 से अपने जीवन के आखिरी समय तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व राज्य कार्यकारिणी सदस्य डॉ. बशिष्ठ कुमार ने कहा कि पाण्डेय जी कभी अपने विरोधियों के प्रति कोई दुर्भाव नहीं रखते थे। उन्हें कभी क्रोध में नहीं देखा।
उनके निधन से शिक्षक आंदोलन कुछ समय से ठहर-सा गया है। इस संगोष्ठी में संदीप कुमार, गजेंद्र कान्त शर्मा, संजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि ने भी अपने विचार रखे। पुण्य तिथि आयोजन में शिक्षक सत्येंद्र कुमार, सत्यप्रकाश प्रियदर्शी, सत्यपाल कुमार गुप्ता, अनीश कुमार बबन, राम सुंदर कुमार, नगेन्द्र कुमार, मुन्ना कुमार, शशिरंजन राय, कृष्ण कुमार सिंह, आजाद जी, मृदुला कुमारी, रामनिवास शर्मा आदि के साथ सैकड़ों शिक्षक शामिल थे। अंत में प्रधानाध्यापक रमाकांत शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट