दानापुर विधानसभा क्षेत्र से आज भाजपा कैंडिडेट और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के दानापुर सीट से नामांकन में पहुंचकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के चुनावी प्रचार का आगाज कर दिया। गुरुवार को दानापुर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने नामांकन के बाद कांग्रेस और आरेजडी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राजद, कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों ने आजकल बुर्के पर बहस शुरू कर दी है। ये फर्जी पोलिंग के पक्ष में हैं जो लोकतंत्र के लिए बड़ी चुनौती है। यह बिहार के विकास को रोकने के लिए आरजेडी और कांग्रेस की एक शरारत है। बिहार आज विकास की बात कर रहा है। लेकिन राजद और कांग्रेस ने बुर्के की शरारत शुरू की है। आज जब बिहार के नौजवानों की जुबां पर विकास की चर्चा है, तब यहां पर बुर्के को लेकर कांग्रेस और आरजेडी ने नई बहस को आगे बढ़ाया है। मुझे बताइए क्या इनको फर्जी पोलिंग करने का अधिकार देना चाहिए? क्या विदेश घुसपैठियों को बिहार आकर यहां के नागरिकों के अधिकार में डकैती डालने की छूठ देनी चाहिए?
विकास रोकने को राजद-कांग्रेस की बुर्कें वाली साजिश
सीएम योगी ने कहा कि राजद और कांग्रेस वाले फर्जी पोलिंग के लिए दुष्प्रचार का सहारा ले रहे हैं। दुनिया में कहीं भी जाने पर अपनी पहचान दिखानी पड़ती है। चेहरा दिखाना पड़ता है। लेकिन ये लोग चाहते हैं कि बिना चेहरा और पहचान पत्र देखे, जिसकी मर्जी आए और वोट डाल दे। इसीलिए ये चाहते हैं कि ईवीएम मशीन न रहे। ये लोग जबर्दस्ती मतदान कर गरीब के हक पर डाका डालते थे। आज फिर वही करने की कोशिश की जा रही है। दानापुर में एनडीए के चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए योगी ने कहा कि आचार्य कौटिल्य, चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक महान जैसे महाप्रतापी राष्ट्र शिल्पियों को देने वाला हमारा बिहार गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की पावन जन्मभूमि के लिए जाना जाता है। गुरु गोविंद सिंह को जब पटना साहिब से बाहर जाना हुआ था, तो पहला पड़ाव दानापुर ही बना था।
राम-सीता से जोड़ा यूपी-बिहार का संबंध
रैली में योगी ने बिहार और यूपी के संबंध को भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि यूपी और बिहार का संबंध और एक आत्मा का संबंध है। एक संस्कृति और एक संकल्प का संबंध है। यह उसी प्रकार से अटूट है, जैसे भगवान राम और मां जानकी का संबंध अटूट है। सीएम योगी ने अपने भाषण में आरजेडी को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि 1990-2005 तक बिहार के नौजवानों की प्रतिभा को कुंद करने का काम राजद वालों द्वारा किया गया था। इन्होंने बिहार के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। उस दौरान एक से एक घोटाले यहां हुए थे। नौजवानों के रोजगार और विकास पर खर्च होने वाला पैसा चारा घोटाले में खर्च हुआ। लेकिन अब यहां की जनता विकास की राह पर चल पड़ी है। ये लोग फिर बिहार को विनाश में धकेलना चाहते हैं, लेकिन यहां की जनता उनको इसमें सफल नहीं होने देगी।