गहमागहमी भरे सियासी घटनाक्रमों के माहौल में आज शुक्रवार को दो ऐसी घटनाएं हुईं जिसने सबको हक्का—बक्का कर दिया। एक तो जैसे ही बिहार की राजधानी पटना में सुबह हुई, सड़क पर चल रहे लोग अचानक चौंक गए। ट्रैफिक बिना किसी आधिकारिक रोक के बावजूद एक जगह ठहर सी जा रही थी। स्थान—कोतवाली थाना से सटा बेली रोड। वहां लोग अपने आप रुक कर दो मिनट तक एक विशाल पोस्टर को देखने लग रहे थे। यह विशाल पोस्टर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश की तस्वीर वाला था और उसपर लिखा था—’टाइगर जिंदा है’।
पटना में ‘टाइगर जिंदा है’ ने रोकी ट्रैफिक
सभी कौतुहलवश इसे निहार रहे थे। दरअसल हाल के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी ने उम्मीद से विपरीत प्रदर्शन किया है। ऐसे में उनकी पार्टी जदयू का महत्व काफी बढ़ गया और नीतीश कुमार किंग मेकर की भूमिका में आ गए। चुनाव के दौरान लोग उनकी इमेज और बार—बार पाला बदलने को लेकर काफी बातें करते थे। एक तरह से उन्हें सियासी पलटू राम कहा जाने लगा। यहां तक कि नीतीश कुमार का आत्मविश्वास भी उनकी बॉडी लैंग्वेज से डगमगाता दिख रहा था। लेकिन इस चुनाव ने एक तरह से जदयू और नीतीश को राजनीतिक जीवनदान दे दिया।
दिल्ली में ‘टाइगर’ ने किया ऐसा कि…
लेकिन पटना में इस सियासी मैसेज वाले पोस्टर के लगने की घटना के समकाल में ही देश की राजधानी दिल्ली में खुद नीतीश कुमार ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे लोग पूछने लगे कि आखिर पटना के टाइगर को दिल्ली में क्या हो गया? दरअसल, शुक्रवार को नयी दिल्ली में एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में नवनिर्वाचित सांसद पहुंचे हुए थे। इस दौरान एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां भाषण में अपनी बात कहकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार अचानक नरेंद्र मोदी के पैर छूने लगते हैं, जिसके बाद नरेंद्र मोदी ने उन्हें रोका और हाथ जोड़कर अभिवादन किया।
वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आज आग की तरह वायरल है। लोग इसपर तरह—तरह के कमेंट भी कर रहे हैं। पटना में भी मुख्यमंत्री के ऐसा करने को लेकर सियासी गलियारे से आम जनों के बीच तक काफी चर्चा है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर पटना के ‘टाइगर’ को दिल्ली में क्या हो गया? विरोधी पार्टी राजद ने भी मुख्यमंत्री के इस कृत्य को बिहार के अपमान से जोड़ते हुए उनपर हमला किया है।