‘खाकी‘ वेब सिरिज वाले बिहार के बाहुबली नेता अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। तेजस्वी यादव ने उन्हें नवादा के वारिसलिगंज सीट से राजद उम्मीदवारी का टिकट आखिर दे ही दिया। इससे पहले 9 अक्टूबर की रात अशोक महतो राबड़ी आवास पहुंचे थे, जहां उन्हें एंट्री नहीं मिली थी। मीडिया में कहा जाने लगा कि अशोक महतो द्वारा—’भूरा बाल साफ करो’, का नारा लगाने के कारण उनका टिकट काट दिया गया है। लेकिन अब यह साफ हो गया कि तेजस्वी ने एक बार फिर अशोक महतो पर भरोसा जताते हुए उनकी पत्नी को टिकट दे दिया। हालांकि तेजस्वी के ऐसा करते ही वारिसलीगंज में चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है क्योंकि महागठबंधन में राजद की सहयोगी कांग्रेस ने भी यहां से अपना उम्मीदवार उतार दिया है।
इधर अशोक महतो की पत्नी को आरजेडी टिकट मिलने के साथ ही नवादा में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर यहां भारी असंतोष दिख रहा है। खासकर अब वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कुख्यात बाहुबली अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता को वारिसलीगंज से टिकट देते हुए तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का सिंबल सौंपा। वहीं, यहां दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने भी इसी सीट से सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को मैदान में उतारकर सीधा मुकाबला खड़ा कर दिया है। महागठबंधन के इस दोस्ताना मुकाबले के पीछे रणनीति जो भी हो, असल में यह भीतर ही भीतर फूट की कहानी भी बयां कर रहा है।
खबर है कि वारिसलीगंज से राजद और कांग्रेस दोनों ही दलों के उम्मीदवारों का नामांकन शनिवार को होना है। यहां दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा। वहीं दूसरी ओर नवादा सदर सीट, गोविंदपुर और रजौली विधानसभा सीटों पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। राजद के कौशल यादव गोविंदपुर और नवादा सीटों पर अपने और अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। वहीं, गोविंदपुर सीट पर मौजूदा विधायक मो. कामरान भी टिकट पर अड़े हुए हैं। कामरान मगध प्रमंडल से जीतने वाले अकेले मुस्लिम विधायक थे, और उन्हें किनारे किया जाना कई राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।