होली की छुट्टी के बाद आज सोमवार को पुन: शुरू हुए विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्ष ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर जोरदार हंगामा किया। जहां विधानसभा में प्रश्नकाल बाधित रहा और विपक्षी विधायक वेल में पहुंच हंगामा करने लगे, वहीं विधान परिषद में प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर हमला करते हुए पूर्व सीएम और राजद नेत्री राबड़ी देवी ने कहा कि जंगलराज में दरोगा सिपाही नहीं मरता था। नीतीश कुमार के इस मंगल राज में रोज दरोगा और सिपाही ही मारा जा रहा है। ऐसे में आम लोगो का क्या होगा?.
विधान परिषद में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष राबड़ी देवी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में होली के मौके पर दो दिन के अंदर 22 हत्याएं हुई हैं। ये कहते हैं सुशासन की सरकार है, कहां सुशासन है? बहन बेटियों का बलात्कार कर हत्या कर दिया जाता है। दरोगा और सिपाही ही मारा जा रहा है, तो आम लोगो का क्या होगा? सुरक्षा करने वाले की ही हत्या हो रही है। राबड़ी ने आगे कहा कि दरभंगा में डीएसपी ज्योति कुमारी ने पूरे गांव वालों को पीटा है। गांव वाले मेरे घर आये थे। यही मंगल राज है।
उधर विधानसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के विधायक कानून व्यवस्था पर अपनी बात रखना चाहते थे। आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि इस बार बिहार में खून की होली हुई जिस दौरान 22 हत्याएं हुईं। इसपर बीजेपी की तरफ से कहा गया कि अधिकतर हिंसा में राजद के ही लोगों का हाथ है। जवाब में राजद विधायकों की तरफ से कहा गया कि भाजपा के लोग उन्मादी बात करते हैं। अगर विपक्ष का हाथ है तो सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? इसबीच
पुलिस वालों की हत्या पर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बड़ा बयान देते हुए अपराधियों के एनकाउंटर की बात कही। बचौल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो यहां में भी योगी मॉडल लगाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने इन घटनाओं को विपक्ष के द्वारा की जा रही साजिश बताया।
इसके बाद सदन मेंं आरजेडी के विधायक कुमार सर्वजीत द्वारा कब्रिस्तान का मुद्दा उठाया गया। जवाब में मंत्री विजेंद्र यादव ने कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर सरकार की प्राथमिकता बताई लेकिन उनके जवाब से असंतुष्ट विधायक ने सरकार की नीति पर सवाल उठाया। दूसरा सवाल भी कब्रिस्तान की घेराबंदी पर ही था। सभी सवालों पर मंत्री द्वारा एक ही तरह के जवाब दिए जाने से विपक्ष हंगामा करने लगा। इस दौरान सदन के अंदर काफी हंगामा होने लगा। स्पीकर नंदकिशोर यादव ने उनसे कहा कि आप लोग शांत रहें। परंतु हंगामा करते हुए विपक्षी विधायक सदन से वॉकआउट कर गए।