विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी आज विपक्ष के जबरदस्त हंगामे से हुई। सदन शुरू होने से पहले विपक्षी सदस्यों ने सदन के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान राजद और कांग्रेस के कई विधायक विधानसभा के मुख्य द्वार पर बैठ गए। इससे विधायकों को सदन के अंदर जाने में परेशानी होने लगी। उन्होंने स्पीकर नंद किशोर यादव को भी अंदर जाने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन मार्शलों ने उन्हें उठा दिया। खास बात यह कि आज राजद, कांग्रेस और माले के विधायक विरोध जताने के लिए काले कपड़े पहनकर सदन पहुंचे थे। वे मतदाता पुनरीक्षण कार्य, बढ़ते अपराध को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे।
SIR और क्राइम पर जबर्दस्त हंगामा
इसके बाद किसी तरह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो वहां भी विपक्ष हंगामा और नारेबाजी करने लगा। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य हाथ में पोस्टर लेकर हंगामा करने लगे। कुछ विपक्ष्ीो विधायक बेल में भी चले आए। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद महज कुछ ही देर चल सकी। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने राजद के आलोक मेहता को कहा कि आप सभी ऐसा न करें। मैं आपको बोलने का मौका भी दे रहा हूं। लेकिन, विपक्ष के विधायकों ने इनकी बात नहीं सुनी। विपक्षी विधायक सीएम नीतीश कुमार के सामने ही नारेबाजी करते हुए उनके इस्तीफे की मांग करने लगे।
काले कपड़े में पहुंचे विपक्षी विधायक
इसबीच विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों से हंगामा ना करने का बार-बार आग्रह किया, लेकिन विपक्ष के विधायक नहीं माने और नारेबाजी होती रही। इसी क्रम में कुछ विपक्षी विधायकों ने रिर्पाेटिंग टेबल को पटकने की कोशिश की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगति कर दिया। उधर बिहार विधान परिषद में भी आज जोरदार हंगामा देखने को मिला। वहां मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने विधानपरिषद पोर्टिको में नारेबाजी की। परिषद में भी विपक्षी सदस्य काला कपड़ा पहनकर पहुंचे थे। नारेबाजी करने वालों में राबड़ी देवी, शशि यादव, अब्दुलबारी सिद्दकी, अजय कुमार सिंह आदि शामिल रहें।