बिहार चुनाव में भाजपा समेत तमाम राजनीतिक पार्टियों को टिकट बांटने से ज्यादा परेशानी बागियों को संभालने में हो रही है। लगभग सभी पार्टियों का यही हाल है, लेकिन भाजपा में कुछ ज्यादा ही टिकट से वंचित नेताओं की टोली नजर आ रही है। ऐसे ही एक टिकट से वंचित भाजपा के वरीय नेता ने अररिया जिले की नरपतगंज सीट से पार्टी प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज होकर विरोध जताने का गजब आईडिया निकाला। नरपतगंज सीट से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी नेतृत्व से व्यथित होकर भाजपा कार्यसमिति सदस्य और राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संयोजक अजय झा ने कफन ओढ़ लिया और आत्मदाह की चेतावनी दे डाली।
उन्होंने भाजपा से बगावत का ऐलान करते हुए प्रदर्शन का अनोखा तरीका अपनाया और कफन ओढ़कर अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं उनकी पत्नी ने नरपतगंज सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। दरअसल, भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य पंडित अजय झा अररिया जिले की नरपतगंज विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे। उन्होंने मीडिया को बताया कि लोकसभा चुनाव में उनके काम से प्रभावित होकर पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें टिकट दिये जाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन जब उम्मीदवारों की लिस्ट आई तो उसमें से उनका नाम गायब था। भाजपा ने नरपतगंज से देवंती यादव को टिकट दिया है। इससे पहले 2020 में यहां से भाजपा के जयप्रकाश यादव ने जीत दर्ज की थी। पार्टी ने इस बार उनका टिकट काट दिया है।
जब टिकट नहीं मिला तो इससे आहत अजय झा बागी हो गए। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पहले तो उन्होंने आत्मदाह करने तक की चेतावनी दे दी थी। हालांकि बाद में उन्होंने कफन ओढ़कर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया। प्रदर्शन के दौरान वह काफी भावुक भी हुए और कहा कि वह पार्टी के फैसले से बहुत आहत हैं। इस दरमियान उनके परिजनों के साथ-साथ उनके समर्थक भी वहां जुट गए। उनकी पत्नी संजू झा ने मीडिया से बात करते हुए नरपतगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इस वाकये के बाद अब भाजपा नेतृत्व इस पूरे मामले को शांत करने में जुटा हुआ है।