उपचुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बिहार की सियासत का पारा हाई है। पहले केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के दिग्गज नेता ललन सिंह का मुसलमानों पर दिया गया बयान और अब बिहार बीजेपी की तरफ से राजद नेता तेजस्वी को दिया गया खुला आफर। इन घटनाक्रम से 2025 के आगामी विधानससभा चुनाव को लेकर सियासी दांव—पेच की शुरुआत का संकेत मिल रहा है। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आज सोमवार को तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया। जायसवाल ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन कहा कि अगर तेजस्वी यादव सेफ रहना चाहते हैं तो वह एनडीए के साथ मिल जाएं। अगर वह एनडीए के साथ आ जाते हैं तो वह ‘एक और और सेफ’ दोनों हो जाएंगे।
हालांकि कुछ ही देर बाद राज्य भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अपने बयान पर सफाई भी दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी के एनडीए में आने को लेकर दिए गए अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान बिहार के विकास के संदर्भ में है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी को नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक हो जाना चाहिए क्योंकि बिहार अगर विकसित होगा तभी सभी की राजनीति चलेगी।
यह पूछे जाने पर कि तेजस्वी यादव अगर सत्ता पक्ष के साथ आएंगे तो क्या उन पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप धुल जाएंगे? इसका जवाब देते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि अगर बिहार में कंबाइंड सरकार बनती है तो भ्रष्टाचार से जुड़ा विभाग तेजस्वी यादव को ही दे देंगे और तब तेजस्वी समझेंगे कि आखिरकार भ्रष्टाचार से कैसे निबटना है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान का मतलब यही है कि विकसित बिहार का सपना पूरा करने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी को एक हो जाना चाहिए।