RJD नेता तेजस्वी यादव ने आज शनिवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश जी की सारकार आगामी चुनाव का खर्च भी जनता के पैसे से निकाल रही है। सत्ता में बैठे लोग समझ चुके हैं कि वह फिर से सरकार में नहीं आएंगे और इसलिए वह सरकारी खजाने को लूट रहे हैं। एनडीए सरकार में संगठित भ्रष्टाचार सभी रिकॉर्ड तोड़ चुका है। जनता घूसखोरी और दलाली से त्रस्त हो चुकी है। सरकार के महिला संवाद अभियान पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाईटेड बिहार सरकार के पैसों से चुनाव प्रचार कर रही है। तेजस्वी ने दावा किया कि महिला संवाद के नाम पर राज्य में बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है। 225 करोड़ रुपये में प्रचार के लिए 600 चुनावी रथ मंगवाए गए हैं। ठेकेदार के जरिए मंत्री को 30 फीसदी कमीशन दिया जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के खर्च के लिए कई टेंडर निकाले जा रहे हैं। यानी अब यह लोग चुनाव का खर्च भी जनता से ही निकाल रहे हैं। यहां के बिहार के ठेकेदारों को कोई टेंडर नहीं दिया जा रहा है। ग्लोबल टेंडर के जरिए इनसे पैसा वसूला जा रहा है। सरकार बाहरी लोगों को टेंडर दे रही है। वह ऐसा जल्दबाजी में कमीशन पाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। यह अत्यंत ही गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि स्कीम इकोएंडेचर के लिए 1 लाख 16 हजार करोड़ दिया गया। सरकार बताए कि 1 लाख 16 हजार करोड़ का क्या प्रावधान किया गया है, उसमें पिछले साल की राशि शामिल की गई या नहीं। अगर हां तो नई योजनाओं के लिए पैसा कहां से लाएंगे?
तेजस्वी ने यह भी कहा कि कुल बजट का 25 से 30 हजार करोड़ रुपया केवल ब्याज चुकाने में जा रहा है। सरकार में बैठे लोग जानते हैं कि अब वे सत्ता में दोबारा नहीं आ पायेंगे। संगठित भ्रष्टाचार सभी रिकॉर्ड तोड़ चुका है। राज्य की आर्थिक हालत पतली है। जबकि 2 अरब 25 करोड़ रुपये ग्रामीण विभाग की तरफ से महिला संवाद के नाम पर इस यात्रा के लिए खर्च किया जा रहा है। 225 करोड़ रुपये में डिजिटल रथ बुलाकर महिला संवाद कार्यक्रम के नाम पर खर्च हो रहा है। यह बताता है कि किस तरह सीएम नीतीश की पार्टी जदयू सरकारी पैसों से अपना प्रचार कर रही है। इसी तरह नल—जल योजना भी गले तक भ्रष्टाचार की शिकार हो गई है।