अनुष्का यादव के साथ रिश्तों का खुलासा होने के बाद आरजेडी और परिवार से निष्कासित तेज प्रताप यादव ने अपनी भावी राजनीति के संकेत देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर बात की है और उनसे मिलने वे बहुत जल्द लखनऊ भी जाने वाले हैं। राजद अध्यक्ष लालू यादव द्वारा पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप लगातार पार्टी में मौजूद ‘जयचंदों’ पर हमलावर रहे हैं। अखिलेश से वीडियो कॉल पर बातचीत अब यह अटकलें काफी गरम हैं कि तेज प्रताप उनकी समाजवादी पार्टी में शामिल होकर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। इस बात को तब और बल मिला जब तेज प्रताप ने अपनी राजनीतिक सक्रियता और तेज करते हुए यह ऐलान किया कि अब वे रोजाना शाम 6 से 8 बजे के बीच अपने आवास पर जनता दरबार लगायेंगे। मतलब अब विधानसभा चुनाव के लिए वे कमर कस चुके हैं।
राजद से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने लगातार अपने पोस्ट के जरिये संकेतों में यह कहा है कि वे हार नहीं मानेंगे। उनका मानना है कि उनकी राह सत्य वाली है। लगातार अपने समर्थकों के साथ बैठक में उन्होंने यह भी कहा है कि जनता का प्यार अगर साथ है तो वे हर हालात और कठनाइयों का सामना पूरी हिम्मत से करेंगे। अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर बात के बाद उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज मेरे परिवार के सबसे प्यारे सदस्यों में से एक यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लंबी वार्ता हुई। इस दौरान राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा हुई। आज जब मेरा हालचाल लेने के लिए उनका अखिलेश यादव का कॉल आया तो ऐसा लगा जैसे मैं अपने इस लड़ाई में अकेला नही हूं। अखिलेश यादव ने हाल में अपने सांसद अफजाल अंसारी को तेजस्वी से मिलने पटना भेजा था। सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी से मुलाकात के दौरान सपा ने बिहार चुनाव में महागठबंधन का घटक दल बनकर उतरने की मंशा जाहिर की है।
अखिलेश यादव और तेज प्रताप के बीच वीडियो कॉल की बातचीत का सबसे अहम अंश वह रहा जिसके दौरान अखिलेश यादव ने तेज प्रताप यादव का परिचय सपा के पदाधिकारियों से भी कराया। इसी के बाद बिहार के सियासी गलियारे में यह अटकलें गरम हो गई कि संभवत: तेज प्रताप आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि अखिलेश ने हाल में अपनी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी को पटना भेजा था जिन्होंने तेजस्वी यादव से यहां मुलाकात की थी। कहा गया कि सांसद अंसारी ने तेजस्वी को आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार में समाजवादी पार्टी के लिए महागठबंधन के तहत कुछ सीटों पर अपनी दावेदारी रखी है। अखिलेश बिहार चुनाव में सपा के कुछ प्रत्याशी उतार सकते हैं। ऐसे में अखिलेश का तेज प्रताप से बात करना यही संकेत देता है कि संभवत: लालू के बड़े पुत्र को वे बिहार में अपनी पार्टी का चेहरा बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।