रुपौली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए महागठबंधन में घमासान मच गया है। इस सीट पर आरजेडी और लेफ्ट दोनों अपने—अपने प्रत्याशी देने को लेकर अड़ गए हैं। राजद मजबूती से चुनाव मैदान में अपना कैंडिडेट उतारने की बात कर रहा तो भाकपा ने भी इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि रूपौली विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी। इधर बीमा भारती के पति अवधेश मंडल ने भी रुपौली से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है। वह राजद से लड़ना चाह रहे लेकिन अगर टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय भी यहां से चुनाव लड़ सकते हैं।
एनडीए में कोई रार नहीं, जदयू का मैदान साफ
दूसरी तरफ एनडीए में रुपौली उपचुनाव को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। यह सीट जदयू की रही है और जदयू ने इस सीट से कलाधर मंडल को उम्मीदवार बनाने की घोषणा भी कर दी है। लेकिन महागठबंधन की ओर से कौन घटक दल चुनाव लड़ेगा, इस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
क्या है रुपौली पर लेफ्ट और आरजेडी का दावा
रुपौली सीट पर राजद इस तर्क के साथ दावा कर रहा कि पूर्व में वह यहां से जीत चुका है। इस बार भी बीमा भारती को वह रुपौली में कैंडिडेट बनाना चाह रहा। बीमा भारती यहां की सीटिंग विधायक भी हैं, हालांकि वे जदयू के टिकट से यहां विधायक बनी थी। दूसरी ओर महागठबंधन के ही घटक दल भाकपा ने भी इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि पूर्व में भी वह यहां से महागठबंधन में रहते हुए चुनाव लड़ चुका है। इसलिए इस बार भी उसे ही यह सीट मिलनी चाहिए। भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा कि यह फैसला पार्टी की 11 जून को संपन्न राज्य परिषद की बैठक में लिया जा चुका है कि हम यहां अपना उम्मीदवार उतारेंगे। उन्होंने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से छह सीट भाकपा को मिली थी जिसमें रूपौली विधानसभा क्षेत्र भी था।
राजद ने भाकपा के लिए चला यह दांव
राजद ने रुपौली सीट पर अपनी दावेदारी बीमा भारती के यहां से सीटिंग विधायक रहने के आधार पर पेश की है। राजद प्रवक्ता ने साफ कहा कि उपचुनाव में राजद रुपौली में अपना प्रत्याशी उतारेगा। हालांकि यह नहीं कहा कि बीमा भारती के नाम की घोषणा कब होगी ने इतना साफ कह दिया कि पार्टी यहां मजबूत लड़ाई लड़ेगी। रुपौली की सीट जदयू से विधायक रही बीमा भारती के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
अवधेश मंडल ने बीच में आकर बढा दी टेंशन
महागठबंधन की रुपौली को लेकर परेशानी यहीं नहीं खत्म होती। इस सीट से बीमा भारती के पति अवधेश मंडल ने भी चुनाव लड़ने की बात कह सियासी बखेड़ा खड़ा कर दिया है। माना जा रहा कि उन्होंने राजद के ही ईशारे पर यह बयान दिया है। राजद भाकपा से इस सीट को लेकर मिल रही दावेदारी के टेंशन को कम करने के लिए अवधेश मंडल को बीच में ला रहा। अगर भाकपा के दबाव में राजद बीमा को यहां से नहीं लड़ाता तो शायद अवधेश मंडल निर्दलीय खड़ा होकर भाकपा को दबाव में ला सकें। यहां से पिछले चुनाव में जदयू की बीमा भारती ने भाकपा के विकासचंद्र मंडल को करीब 19 हजार मतों से पराजित किया था।