पीएम मोदी के गयाजी दौरे के दौरान राजद के दो विधायकों के बागी होकर उनकी सभा में पहुंच जाने से बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। कल गयाजी में पीएम की जनसभा के दौरान उनके साथ मंच पर राजद के नवादा विधायक विभा देवी और रजौली MLA प्रकाशवीर बैठे हुए देखे गए थे। अब इसपर बिहार राजद के अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी छोड़कर जा रहे विधायकों पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंडल ने कहा कि कुछ विधायकों के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन विधायकों ने पहले ही सरकार से सेटिंग कर अपने मामले निपटाए, और अब वे इसके लिए सरकार से किये गए अपने वादे निभा रहे हैं।
प्रदेश राजद अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के 78 विधायक चुन कर आए थे। इनमें से चार—नीलम देवी, संगीता कुमारी, प्रह्लाद यादव और चेतन आनंद ने अपना पाला बदल लिया। बचे 74 में अब इन दोनों के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसका पार्टी पर कोई बड़ा असर नहीं होगा। श्री मंडल ने नवादा विधायक विभा देवी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पति राजबल्लभ यादव हाल ही में रेप केस से बरी हुए हैं। वे कैसे बरी हुए, यह सब जानते हैं। सरकार की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं। सरकार पर्याप्त सबूत जुटाने में नाकाम रही और इसी कारण हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। अब विभा देवी इसी एहसान के तहत राजद छोड़ एनडीए की तरफ जा रही हैं।
इसके साथ ही राजद प्रदेश अध्यक्ष ने बागियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में पार्टी छोड़ने वालों को कभी टिकट नहीं दिया जाएगा। लालू यादव ने खुद राजबल्लभ यादव की पत्नी को 2020 में टिकट दिया था। लेकिन फिर भी वे पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। नवादा आरजेडी की परंपरागत सीट है और यहां हमारा जनाधार ही असल काम आएगा। इसी तरह रजौली विधायक प्रकाश वीर पर उन्होंने कहा कि उनके जाने से हमलोगों का काम ही अब आसान हो गया है। प्रकाश वीर के खिलाफ रजौली में काफी असंतोष है। उनके काम से राजद के आम कार्यकर्ता नाराज हैं और उन्होंने पहले ही प्रकाश वीर को टिकट नहीं देने के लिए मुहिम चला रखी है। पार्टी भी इस बार प्रकाश वीर को टिकट नहीं देने वाली थी। इसी को देखते हुए उन्होंने दूसरा जुगाड़ देखा है।