आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह की बिहार विधान परिषद की सदस्यता खत्म कर दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करने के आरोप में आज शुक्रवार को राजद एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता विधान परिषद में रद कर दी गई। इस मिमिक्री पर परिषद की आचार समिति की रिपोर्ट पर सभापति अवधेश नारायण ने आज यह कार्रवाई की। बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करने के मामले में आचार समिति ने राजद एमएलसी सुनील सिंह को दोषी पाया।
राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई हैं सुनील सिंह
सुनील कुमार सिंह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के काफी करीबी हैं। सियासी हलकों में उन्हें पूर्व सीएम राबड़ी देवी का मुंहबोला भाई भी कहा जाता है। वे 2020 में विधान परिषद के सदस्य बने थे और उनका कार्यकाल वर्ष 2026 तक का था। लेकिन उससे पहले ही अपनी हरकतों की वजह से उन्हें पार्षद पद से हटा दिया गया है।
इसलिए सुनील सिंह पर की गई कार्रवाई
दरअसल विधान मंडल का बजट सत्र चल रहा था, उसी दौरान राजद विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह और कारी सोहेब ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सदन में मिमिक्री की थी। उस समय विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर थे। सदन के अन्दर इस तरह मिमिक्री किये जाने पर सत्ता पक्ष ने राजद सदस्यों को निलंबित करने की मांग की थी। इसको लेकर विधान परिषद में वरिष्ठ सदस्य रामबचन राय की अध्यक्षता में आचार समिति बनायी गयी थी। अब इसी समिति की रिपोर्ट पर सभापति ने उनकी सदस्यता रद कर दी।