लालू यादव की पार्टी आरजेडी के करीब 4 लाख कार्यकर्ताओं का डेटा लीक होने की खबर है। इस लीक डाटा में राजद कार्यकर्ताओं के नाम, पते, उम्र, मोबाइल नंबर और राजनीतिक क्षेत्र जैसी निजी जानकारियां दर्ज हैं। यह सारा डाटा कैसे लीक हुआ है और इसे किसने लीक किया है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। राजद सूत्रों ने बताया कि अब पार्टी के स्तर पर इसकी जांच शुरू की गई है। मौजूदा उपचुनाव और आगामी वर्ष में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए लालू और तेजस्वी यादव की पार्टी को यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज पर शक
जानकारी के अनुसार कार्यकर्ताओं का यह सारा डाटा पार्टी के डाटा बेस से ही गायब किया गया है। राजद सूत्रों ने बताया कि करीब 4 लाख से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं की सारी तफसील राजद दफ्तर के कंप्यूटर में मौजूद था। कार्यकर्ताओं से संबंधित बिहार के सभी पंचायतों के नेताओं की पूरी जानकारी इसमें तफसील से दर्ज करके स्टोर की गई थी। लेकिन अब यह सारी जानकारी बाहर लीक होकर चली गई है। आशंका है कि पार्टी का ये सारा लीक डाटा प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी के कुछ लोगों तक पहुंच गया है। राजद ने अब यह जांच शुरू कर दी है कि आखिर किसने और कैसे तथा किसको यह इंटरनल डाटा लीक की है। इसे लेकर राजद कार्यालय में काम कर रहे विभिन्न जिम्मेदार लोगों के संपर्कों की जांच की जा रही है।
राजद कार्यकर्ताओं को आ रहे बाहरी फोन
राजद कार्यालय के अलावा तेजस्वी यादव के दोनों नए और पुराने पार्टी कार्यालयों की भी जांच की जा रही है। इस सभी जगहों पर कार्यरत पदाधिकारियों और निजी स्टाफ के सभी संपर्कों और उनकी गतिविधियों को खंगाला जा रहा है। जब इस मसले पर पार्टी के नेताओं से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी नेता खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज करता दिखा। इसबीच यह भी खबर है कि डाला लीक के साथ ही इधर पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनके मोबाइल पर दूसरी पार्टियों से फोन भी आने शुरू हो गए हैं। संभव है कि ये जो फोन आ रहे हैं उनका कुछ न कुछ लिंक इन लीक हुए डाटा से जरूर निकल सकता है।