लोजपा के संस्थापक और चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान की आज पूण्यतिथि है। इस मौके पर चुनावी और सीट शेयरिंग की गहमागहमी के बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आज बुधवार को दिल्ली से पटना पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने अपने पिता को लेकर सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रामविलास पासवान को इस अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। चिराग ने अपने पिता रामविलास को संबोधित करते हुए अपने पोस्ट में लिखा—’बिहार के समग्र और सर्वांगीण विकास का जो सपना आपने देखा था, अब समय आ गया है उसे धरातल पर उतारने का। आपने मेरे कंधों पर जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे निभाना मेरे जीवन का उद्देश्य और कर्तव्य है’।
सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट
अपने पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तस्वीर को शेयर करते चिराग ने आगे लिखा—’पापा हमेशा कहा करते थे। जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो। कदम-कदम पर लड़ना सीखो। पापा आपकी पुण्यतिथि पर आपको मेरा नमन। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपके दिखाए मार्ग और आपके विजन बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फर्स्ट को साकार करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हूं। बिहार के समग्र और सर्वांगीण विकास का जो सपना आपने देखा था, अब समय आ गया है उसे धरातल पर उतारने का। आपने मेरे कंधों पर जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे निभाना मेरे जीवन का उद्देश्य और कर्तव्य है’।
पापा के आदर्शों के लिए दृढ़ संकल्पित
इस मौके पर चिराग ने आगे लिखा कि बिहार में लोकतंत्र का महापर्व शुरू होने जा रहा है। आगामी चुनाव पापा के संकल्प को पूरा करने का अवसर है। बिहार को नई दिशा देने, हर बिहारी के सपनों को साकार करने का अवसर है। पापा द्वारा बनाई गई लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कारवां को आगे बढ़ाने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं। पार्टी के हर एक कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों का सपना है कि आगामी चुनाव में आपके सपनों को पूरा किया जा सके। पापा आपकी प्रेरणा, आशीर्वाद और आदर्श सदैव मेरे मार्गदर्शक रहेंगे।
एनडीए में सियासी सस्पेंस बरकरार
अब चिराग पासवान के इस पोस्ट के बाद सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया। क्योंकि एनडीए में सीट शेयरिंग का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। पटना आने के बाद भी इसपर चिराग ने चुप्पी साध रखी है। उन्होंने यह कहकर सस्पेंस और बढ़ा दिया है कि अभी तो सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरुआती दौर में ही है। एनडीए में इसे चिराग के दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। खबर है कि भाजपा और जदयू दोनों 100 से अधिक पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। केंद्रीय चिराग पासवान की पार्टी को 28, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को आठ और उपेंद्र कुशवाह की पार्टी को करीब पांच सीटें भाजपा और जदयू देना चाहती है। लेकिन, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा मानने को तैयार नहीं। चिराग 40 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।