बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद का कैंपेन मैनेजमेंट पूरी तरह दो आदमियों के हाथ रहा—संजय यादव और रमीज नेमत। इनमें रमीज नेमत का नाम जब चुनावी हार के बाद राजद में उठे रोहिणी बवाल के बाद उछला तो लोग यह जानने को उत्सुक हो गए कि आखिर ये रमीज नेमत कौन सी चीज है। जब खोजबीन की गई तो पता चला कि रमीज नेमत यूपी में बलरामपुर के दबंग पूर्व सांसद और फिलहाल हत्या के एक मामले में जेल में बंद रिजवान जहीर का दामाद है। हत्या के इसी मामले में रमीज नेमत भी आरोपी है। रोहिणी ने लालू के घर झगड़े और परिवार छोड़ने के बाद पार्टी और परिवार की इस दुर्दशा के लिए इसी रमीज नेमत और संजय यादव को कसूरवार ठहराया।
ऐसे में बड़ा सवाल यह कि जिस लालू—राबड़ी के शासन पर लगे जंगलराज के कलंक को विपक्षी दल एक अरसे से राजद के खिलाफ चुनावों में लगातार भुनाते रहे हैं, वैसी परिस्थिति में भी तेजस्वी ने रमीज नेमत जैसे आरोपी को अपने साथ चुनाव में क्यों घुमाया? ऐसा करके वे अपनी पार्टी राजद पर लगे कौन से जंगलराज का दाग धो रहे थे। दरअसल, रमीज नेमत खान तेजस्वी यादव के पुराने दोस्त हैं साथ ही उनकी पार्ट की कोर टीम का हिस्सा भी हैं। रमीज पर बलरामपुर के तुलसीपुर और कौशाम्बी के कोखराज थाने में हत्या, गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं। 2021 में यूपी के तुलसीपुर में जिला पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा के एक मामले में रमीज नेमत खान का नाम सामने आया। उस वक्त उस पर कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह और उनके सहयोगियों पर हमले की साजिश में शामिल होने का आरोप लगा। इसके अलावा 2022 में तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष फिरोज पप्पू की हत्या के मामले में रमीज नेमत खान, उसकी पत्नी, ससुर रिजवान जहीर और तीन अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई थी। रमीज नेमत खान को कई मामलों में जमानत मिल चुकी है, जबकि कुछ प्रकरण अभी भी कोर्ट में पेंडिंग हैं।
तेजस्वी और रमीज की दोस्ती क्रिकेट के मैदान में हुई थी और आज के समय में यही दोस्ती राजनीति तक फैली हुई है। रमीज साल 2016 में RJD में शामिल हुए थे। जब प्रदेश में महागठबंधन की सरकार थी, उस वक्त रमीज ने उपमुख्यमंत्री के ऑफिस में छोटे-मोटे अंदरूनी काम संभालना शुरू किया था। इसके बाद धीरे-धीरे रमीज तेजस्वी की पॉलिटिकल टीम का अहम हिस्सा बन गया। अब तो आलम ये है कि वो तेजस्वी के रोज के काम, जरूरी मीटिंग्स, कोऑर्डिनेशन और इलेक्शन कैंपने सब कुछ देखता है। एक तरह से कहें तो वो अब उनकी टीम की रीढ़ की हड्डी की तरह बन चुका है। हालांक रमीज नेमत खान बिहार से नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश से है। वह पूर्व सांसद रिजवान जहीर का दामाद है। रिजवान जहीर वही है जो पहले बलरामपुर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। सिर्फ ससुर ही नहीं रमीज नेमत खान की पत्नी जेबा रिजवान भी तुलसीपुर सीट से दो बार चुनाव लड़ चुकी है। एक बार उन्हें कांग्रेस ने अपनी तरफ से मैदान में उतारा था और एक बार वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थी, हालांकि दोनों बार ही उसकी पत्नी को हार का सामना करना पड़ा।
रमीज नेमत खान पर लगे गंभीर आरोपों में 2023 में प्रतापगढ़ के ठेकेदार शकील खान की हत्या का मामला भी शामिल है। उस साल ठेकेदार का शव कुशीनगर में रेलवे ट्रैक के पास मिला था। इस घटना में शकील खान की पत्नी की शिकायत के आधार पर रमीज नेमत खान को आरोपी बनाया गया। इसके बाद साल 2024 के जुलाई महीने में उन्हें गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था हालांकि इस साल अप्रैल में उसे जमानत मिल गई। इसके बाद रमीज नेमत खान और उसकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन्हें गिरफ्तार करने या कोई नया मुकदमा शुरू करने से पहले स्थानीय कोर्ट से अनुमति ली जाए। इस आदेश के बाद दंपति को कई मामलों में राहत मिलती रही और उन पर कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया।