बिहार में SIR यानी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में राजद के तेजस्वी और कांग्रेस के राहुल गांधी की 10 अगस्त से होने वाली ‘वोट अधिकार यात्रा’ को स्थगित कर दिया गया है। इसकी जानकारी राजद की तरफ से देते हुए बताया गया है कि इसे अपरिहार्य कारणों से फिलहाल रोक दिया गया है। पार्टी की तरफ से यह भी कहा गया है कि
इस यात्रा को करने की तारीख का बाद में ऐलान किया जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल ने ‘वोट अधिकार यात्रा’ को स्थगित करने के संबंध में एक पत्र भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ‘वोट अधिकार यात्रा’ को आगे बढ़ा दिया गया है। पहले यह यात्रा राखी के बाद 10 अगस्त से होनी थी।
बताया जाता है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यह संयुक्त यात्रा अब 10 अगस्त की बजाय 15 अगस्त के बाद शुरू होगी। आरजेडी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नई तारीखों और शेड्यूल की घोषणा जल्द ही की जाएगी। राजद द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के 10 अगस्त से ‘वोट अधिकार यात्रा’ कार्यक्रम की सूचना निर्गत की गई थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से यात्रा कार्यक्रम की तिथि में बदलाव हुआ है। इसलिए नई तिथि की घोषणा तक इस सूचना को निरस्त माना जाए। आगामी कार्यक्रम की सूचना समय पर दी जाएगी।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की इस यात्रा को दो चरणों में बिहार के कई जिलों से होते हुए पटना तक पहुंचना था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी की भी इसमें शामिल होने की संभावना जताई जा रही थी। यात्रा के जरिए महागठबंधन मतदाता सूची में अनियमितताओं, ईवीएम की पारदर्शिता और लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली जैसे मुद्दों को लेकर जनता से सीधा संवाद करना चाहता था। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले यह यात्रा महागठबंधन की जनता के बीच पकड़ मजबूत करने और बीजेपी-नीत एनडीए सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की एक रणनीति मानी जा रही थी। लेकिन अब इसका स्थगित होना राजनीतिक विश्लेषकों के बीच कई सवाल भी खड़े कर रहा है। हालांकि राजद और कांग्रेस दोनों ने स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ तिथि परिवर्तन है, बिहार में महागठबंधन का इरादा अटल है।