बिहार लोक सेवा आयोग की पीटी परीक्षा रद करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर पटना में हुई लाठीचार्ज की निंदा करते हुए आज गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार की नीतीश सरकार को जमकर लताड़ लगाई। राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए बिहार के युवाओं का अंगूठा कटवा रहे हैं। पटना में इन मासूम अभ्यर्थियों पर किया गया बर्बर लाठीचार्ज उनके इसी सोच के तहत अंजाम दिया गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि एनडीए शासित बिहार में जो भी रोजगार मंगेगा, उसपर अत्याचार किया जा रहा है। भाजपा और उसके सहयोगियों का दृष्टिकोण सिर्फ अपनी कुर्सी बचाना है।
राहुल ने किया एक्स पर पोस्ट
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज का वीडियो साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया कि मैंने संसद में कहा था कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा कटवाया गया था, उसी तरह पेपर लीक करवाकर युवाओं का अंगूठा काटा जाता है। इसका ताजा उदाहरण बिहार है। बीपीएससी अभ्यर्थी पेपर लीक के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं और परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। राहुल ने अपने पोस्ट में आरोप लगाया कि बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए छात्रों पर ही लाठीचार्ज करवा रही है। राहुल गांधी ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम उनके साथ हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।
प्रियंका बताया बर्बर शासन
इसके साथ ही राहुल गांधी की बहन और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट डाला। इसमें उन्होंने लिखा कि पटना में हाथ जोड़ रहे युवाओं पर इस तरह लाठी चलाना क्रूरता की पराकाष्ठा है। भाजपा राज में रोजगार मांगने वाले युवाओं को लाठियों से पीटा जाता है। उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो या मध्य प्रदेश, युवा अगर अपनी आवाज उठाते हैं तो उन्हें बर्बरता से पीटा जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे युवा देश के नौजवानों का भविष्य क्या होगा, यह सोचना और उनके लिए नीतियां बनाना सरकारों का काम है। लेकन उनके राज में जो भी मांगेगा रोजगार, उस पर होगा अत्याचार।