पूर्णिया में निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और कसबा विधायक के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट होने की खबर है। यह बवाल एक जमीन को लेकर शुरू हुआ जिसमें बात बढ़ते—बढ़ते मारपीट तक जा पहुंची। यह भी जानकारी मिली है कि इस मारपीट में सांसद पप्पू यादव के जिला सचिव मो. रिजवान और सांसद समर्थक मो. मुख्तार बुरी तरह घायल हुए हैं। जानकारी के अनुसार कसबा विधायक के समर्थकों ने सांसद समर्थकों को न सिर्फ जमकर पीटा, बल्कि उन्हें बंधक भी बना लिया। मारपीट में सांसद के करीब 6 समर्थक घायल हो गए। घटना की सूचना पर पुलिस की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची, जिसके बाद किसी तरह मामला शांत हो सका।
सांसद पप्पू यादव के जिला सचिव बुरी तरह घायल
घटना कसबा थाना क्षेत्र के सबदलपुर पंचायत की है। इसे लेकर सांसद पप्पू यादव के समर्थकों द्वारा कसबा विधायक समर्थकों के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विधायक समर्थकों द्वारा सांसद समर्थकों के साथ की गई मारपीट का लाइव वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में विधायक समर्थक सांसद समर्थकों के साथ मारपीट और गाली-गलौज करते दिखाई दे रहे हैं। घायलों में निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के जिला सचिव मो रिजवान और सांसद समर्थक मो मुफ्तार शामिल हैं। मामले की जानकारी मिलते ही कसबा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी, जिस वजह से पुलिस की 3 अतिरिक्त गाड़ियां मौके पर बुलानी पड़ी। इसके बाद किसी तरह उन्हें विधायक समर्थक के चंगुल से निकाला गया। इसके बाद मामला शांत हो सका। सांसद समर्थकों ने इलाज के बाद स्थानीय कसबा थाना में विधायक समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
जमीन को लेकर विवाद, पिता को बनाया बंधक
सांसद समर्थक मो रिजवान और सांसद समर्थक मो मुफ्तार ने बताया कि कसबा थाना क्षेत्र के सबदलपुर पंचायत की जमीन को लेकर उनका पुराना पारिवारिक विवाद चल रहा है। इसी विवाद में जमीन के रुपए गबन करने की नीयत से एक पारिवारिक सदस्य ने 10 दिन पहले उनके पिता को बंधक बना लिया। जिस वजह से काफी खोजबीन के बाद भी सांसद समर्थक के पिता की कोई खोज खबर नहीं मिल पा रही थी। खोजबीन के क्रम में ग्रामीणों की ओर से पिता के सबदलपुर में रहने वाले पारिवारिक सदस्यों द्वारा बंधक बनाकर पिता मो कालू को घर में छिपाए रखने की जानकारी मिली। जिसके बाद वे अपने कुछ साथियों के साथ उन्हें छुड़ाने सबदलपुर पहुंचे। गांव में उनके पहुंचने की बात मालूम चलते ही कांग्रेस विधायक अफाक आलम के समर्थक राजनीति से प्रेरित होकर विरोधी पक्ष की ओर से खड़े हो गए। विधायक के भाई के इशारे पर मामले को तूल देकर भड़काया गया। जिसका विरोध करने पर विधायक समर्थकों ने उनके साथ मारपीट करते हुए उन्हें बंधक बना लिया।