बिहार में महागठबंधन के चुनावी अभियान की शुरुआत कर चुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद के तेजस्वी यादव ने आज मंगलवार को सुपौल से अपने वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की। आज की सबसे खास बात यह रही कि उनके रथ पर राहुल-तेजस्वी के साथ ही कांग्रेस नेत्री और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद रही। प्रियंका गांधी सुपौल और मधुबनी में राहुल-तेजस्वी के साथ जनसभाएं भी करेंगी। आज की वोटर अधिकार यात्रा में राहुल, प्रियंका गांधी, तेजस्वी के अलावा तेलंगान के सीएम रेवंत रेड्डी और वीआईपी नेता मुकेश सहनी भी शामिल हुए। सुपौल में महागठबंधन के इन नेताओं की यह यात्रा करीब 4 किमी तक चली और फिर उसके बाद मधुबनी के लिए रवान हो गई। इस यात्रा का लक्ष्य 23 जिलों की 50 विधानसभा सीटों तक पहुंचना है।
सक्रिय राजनीति में आने के बाद बिहार का पहला दौरा
आज की यात्रा सुबह 9 बजे सुपौल के हुसैन चौक से निकलकर महावीर चौक, अंबेडकर चौक और लोहिया नगर चौक होते हुए डिग्री कॉलेज चौक पर समाप्त हुई। इसके बाद राहुल गांधी और तमाम नेता सरायगढ़-भपटियाही के रास्ते मधुबनी के लिए प्रस्थान कर गए। महागठबंधन की इस वोटर अधिकार यात्रा में राहुल—तेजस्वी के साथ प्रियंका गांधी के शामिल होने से राजद और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई है। सक्रिय राजनीति में आने के बाद प्रियंका का यह बिहार में पहला बड़ी एंट्री है। प्रियंका 26 और 27 अगस्त को दो दिन बिहार में रहेंगी। आज 26 अगस्त को सुपौल और मधुबनी में वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने के बाद अगले दिन 27 अगस्त को प्रियंका गांधी का जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना करने का कार्यक्रम है।
दो दिन बिहार में प्रियंका, दरभंगा-मुजफ्फरपुर में रोड शो
इसके अलावा प्रियंका गांधी 27 अगस्त को दरभंगा और मुजफ्फरपुर में रोड-शो भी करेंगी। यात्रा के दौरान सुपौल और मधुबनी में राहुल—प्रियंका समेत तमाम महागठबंधन नेताओं ने आरोप लगाया कि गरीबों को वोट का अधिकार संविधान ने दिया है, लेकिन बिहार में इस संवैधानिक अधिकार को छीनने की कोशिश की जा रही है। चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रह गया है और खुले तौर पर भाजपा के साथ खड़ा है। भाजपा नेताओं को आयोग का डिजिटल डाटा उपलब्ध है, लेकिन बार-बार आग्रह करने के बावजूद हमें यह डाटा नहीं दिया जा रहा है। महागठबंधन की तरफ से बताया गया कि वोटर अधिकार यात्रा के अंतिम पड़ाव के रूप में 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एसआईआर मुद्दे पर विशाल जनसभा का आयोजन होगा। लेकिन यहां यह ध्यान योग्य है कि अभी तक पटना प्रशासन द्वारा इस आयोजन को करने की अनुमति नहीं दी गई है।