राजधानी पटना में मेट्रो टनल निर्माण में जो रूह कंपाने वाला हादसा बीती देर रात को पेश आया उसकी अब एक—एक डिटेल सामने आ गई है। यह हादसा आखिर क्यों और कैसे हुआ इसका पता इस डिटेल में मिल जाता है। रात को साढ़े 10 बज रहे थे और रोज की भांति सुरंग में खुदाई का काम चल रहा था। इसी समय अचानक पिकअप मशीन के पीछे चल रही मलबा ले जाने वाली क्रेन ट्रेन का ब्रेक फेल हो गया। इसी क्रेन ट्रेन ने वहां काम कर रहे मजदूरों को रौंद दिया जिसमें से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य मजदूर घायल हो गए। दिल दहला देने वाला यह हादसा पटना विश्वविद्यालय रूट पर एनआईटी मोड़ के पास हुआ।
मजदूर के हो गए 6 टुकड़े, हादसे की भयावहता समझें
हादसा इतना भयावह था कि एक मजदूर के शरीर के 6 टुकड़े हो गए। दरअसल उस समय खुदाई के दौरान सुरंग के भीतर मलबा हटाने के लिए हाइ़ड्रोलिक लोटो मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा था। यह खुदाई पटना में NIT घाट के निकट स्थित स्ट्रेच के पास मेट्रो टनल में की जा रही थी। तभी अचानक मलबा हटाने वाली क्रेन ट्रेन का ब्रेक फेल हुआ और वहां हाहाकार मच गया। इसके बाद वहां हर तरफ खून से लथपथ मजदूर और उनकी चीख—पुकार। बस यही मंजर रह गया। जिस मजदूर के 6 टुकड़े हो गए वह क्रेन ट्रेन और सुरंग की दीवार के बीच में फंस गया था। इस मंजर देख वहां मौजूद दूसरे मजदूरों के पसीने छूट गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
निर्माणाधीन सुरंग में हुआ क्या और कैसे?
दरअसल मेट्रो की सुरंग खोदे जाने के दौरान जो मिट्टी निकलती है उसे हटाने के लिए भीतर हाइड्रोलिक लोको क्रेन ट्रेन चलाई जाती है। सुरंग की जब खुदाई होती है तो मशीन के पीछे यह छोटी मलबे वाली ट्रेन चलती है। मशीन खुदाई के दौरान निकलने वाला मलबा हटाती है और ट्रेन इस मलबे को लेकर जाती है। मलबे वाली ट्रेन के लिए सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाया गया है। रात सा्ढ़़े दस बजे हुआ ये कि अचानक इस मलबा ले जाने वाली मशीन के इंजन का ब्रेक फेल हो गया और वह ट्रेन मजदूरों को रौंदती हुई निकल गई। हादसे के समय सुरंग के भीतर करीब 25 मजदूर काम कर रहे थे। हादसे में 3 की मौत हो गई और 15 से 20 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ मजदूर अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच अभी भी जूझ रहे हैं। हादसे में लोको पायलट की भी मौत हुई है, वह ओडिशा का रहने वाला था।