नई दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बैठक करने के बाद निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बड़ा ऐलान कर बिहार में राजद को भारी परेशानी में डाल दिया है। कांग्रेस की बड़ी बैठक से निकलने के बाद पप्पू यादव ने राजेश राम और तारिक अनवर को बिहार में कांग्रेस से सीएम पद के संभावित उम्मीदवार के तौर पर पेश कर दिया। इससे तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू यादव को भारी टेंशन हो गई है। पप्पू यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से नई दिल्ली में मुलाकात की। इसके बाद बाहर निकलकर उन्होंने मीडिया के सामने कांग्रेस नेता राजेश राम और तारिक अनवर को बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य बताया। यह बात राजद को काफी नागवार गुजरी क्योंकि अभी तक पार्टी तेजस्वी को महागठबंधन का एक मात्र सीएम फेस कहकर प्रचारित कर रही थी।
इधर राजद ने पप्पू के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पप्पू यादव के कहने से कुछ नहीं होता है। उनका बयान कांग्रेस का आधिकारिक स्टैंड नहीं है। 2020 में तेजस्वी ही महागठबंधन के सीएम फेस थे, और अब 2025 में वे ही महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। महागठबंधन में पप्पू यादव कौन हैं? हमारे गठबंधन में राहुल गांधी, सोनिया गांधी या खरगे क्या बोल रहे हैं, यह मायने रखता है। दूसरे की बयानबाजी का यहां कोई महत्व नहीं है।
दरअसल, बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के विरोध में हाल में हुए महागठबंधन के विरोध मार्च में पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी के रथ पर सवार होने नहीं दिया गया था। इसी के बाद कांग्रेस ने नई दिल्ली में बिहार चुनाव को लेकर एक अहम बैठक बुलाई जिसमें पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को भी आमंत्रित किया गया था। इसी बैठक में पप्पू यादव भीशामिल हुए। सूत्रों के अनुसार पप्पू यादव की राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से बंद कमरे में सीक्रेट मीटिंग हुई। इसमें क्या बातें हुईं, इसका इशारा बैठक के बाद खुद पप्पू यादव ने मीडिया के सामने दिया। उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस की तरफ से बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और वरिष्ठ नेता तारिक अनवर सीएम फेस हो सकते हैं। पप्पू के इस बयान के बाद राजद और महागठबंधन में हलचल तेज है। देखना है कि आगे चलकर चुनाव में पप्पू यादव का ये बयान क्या गुल खिलाता है।