लोकसभा चुनाव की दिन के 3 बजे तक हुई मतगणना के आंकड़ो से यह साफ हो गया है कि देश में तीसरी बार एनडीए सरकार बनने जा रही है। लेकिन इस बार भाजपा अपने दम पर केंद्र में सरकार नहीं बना पाएगी। इस बार उसे सहयोगियों पर पूरी तरह निर्भर रहना होगा। अकेले भाजपा की सीटों का आंकड़ा 272 के जादुई नंबर से काफी नीचे 243 के आसपास ठहरता दिख रहा। ऐसे में सरकार बनाने के लिए उसे सहयोगियों पर निर्भर होना होगा। अगर दूसरे शब्दों में कहें तो इस बार सत्ता की चाबी जदयू के नीतीश कुमार और टीडीपी के चंद्रबाबू नयडू के हाथ रहेगी। कल नीतीश जहां पीएम मोदी से दिल्ली में मिल चुके हैं, वहीं आज टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की।
जदयू मीडिया पर गरम, सारी अफवाहें झूठी
इधर मतगणना के ट्रेंड आने के साथ ही बिहार में जदयू नेता और सीएम नीतीश कुमार के एक बार फिर इधर—उधर होने की खबरें उड़ने लगी। इंडी गठबंधन के कुछ छोटे नेताओं के बयानों से इसे और बढ़ावा मिला। कहा गया कि कांग्रेस पार्टी जदयू नेता नीतीश कुमार के संपर्क में है। लेकिन जदयू की तरफ से यह साफ कर दिया गया कि केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी और राज्य में नीतीश कुमार की एनडीए सरकारें मजबूती से विकास करेंगी और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।
केंद्र सरकार में शामिल होगा जदयू
जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने मीडिया से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बेसिर—पैर की खबरें चलाकर आप ये क्या कर रहे हैं? नीतीश जी और जदयू एनडीए के संस्थापक सदस्य रहे हैं। मैं इतना बता दूं कि हमलोग केंद्र में एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार बनायेेंगे और जदयू भी उसमें शामिल होगी। जदयू प्रवक्ता त्यागी ने स्पष्ट कहा कि केंद्र में पीएम मोदी और राज्य में नीतीश कुमार की एनडीए सरकारें विकास के नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए अब आगामी बिहार विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ने के एजेंडे पर चलेगा।