मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी चुनाव में आधी आबादी के वोट पर नजरें गड़ा दी हैं। इसी के तहत आज शुक्रवार को उन्होंने महिला संवाद अभियान की शुरुआत की। ग्रामीण विकास विभाग के इस कार्यक्रम के जरिए राज्य सरकार ने दो करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। सीएम नीतीश कुमार ने इसके लिए 40 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर बिहार के सभी 38 जिलों के लिए रवाना किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय चौधरी और श्रवण कुमार समेत कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे। आज शुक्रवार को राज्य के 600 जगहों पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बताया जा रहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण है। 60 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन 70 हजार जगहों पर होगा। गर्मी को ध्यान में रखकर सरकार ने महिला संवाद सुबह और शाम में करने का फैसला लिया है। बताया गया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नीतीश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से महिलाओं को अवगत कराना है। इस संवाद में राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम एवं योजनाओं के बारे में बताया जाएगा। साथ ही कार्यक्रमों में महिलाएं खुलकर अपनी, अपने गांव एवं टोले की समस्याओं और आकांक्षाओं को खुलकर रख सकेंगी। राज्य सरकार इस दौरान प्राप्त फीडबैक और महिलाओं की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से अपने कामकाज में समाहित करेगी।
मालूम हो कि सीएम नीतीश कुमार पिछले साल ही महिला संवाद यात्रा पर जाने वाले थे लेकिन किसी कारणवश यह यात्रा टल गई। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर निकले और महिला संवाद यात्रा बाद में आयोजन होने की बात कही गई। महिला संवाद यात्रा को लेकर बिहार में खूब सियासत हुई थी। सीएम नीतीश की यात्रा पर राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आपत्तिजनक बयान दिया था, जिससे सियासत गरमा गई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह नयन सुख के लिए जा रहे हैं। नयन सेंकने के लिए वह यात्रा पर जा रहे हैं। हालांकि इसी के बाद मुख्यमंत्री ने तब इसे टाल दिया था। अब इस वर्ष उन्होंने इसे फिर अपने एजेंडे में लाकर यह बता दिया कि आधी आबादी का वोटबैंक उनके लिए कितना मायने रखता है।