बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन इससे पहले ही अभी से नेताओं का दल—बदल शुरू हो गया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को तब बड़ा झटका लगा जब पूर्वी चंपारण में जेडीयू के ढाका प्रखंड अध्यक्ष गौहर आलम समेत कई पार्टी समर्थकों ने पाला बदल कर राजद का दामन थाम लिया। बीती शाम ढाका के पूर्व विधायक फैसल रहमान के आवास पर जदयू के ढाका प्रखंड अध्यक्ष गौहर आलम ने सैकड़ों समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर पूर्व मंत्री और नरकटियागंज के विधायक डॉ. शमीम अहमद भी मौजूद थे। गौहर आलम ने वक्फ कानून के मुद्दे पर पहले ही जदयू से इस्तीफा दे दिया था। अब वे बजाप्ता राजद में शामिल हो गए हैं।
लालू—तेजस्वी की पार्टी राजद ज्वाइन करने के बाद गौहर आलम ने कहा कि जेडीयू पहले एक सेक्युलर पार्टी थी। लेकिन अब नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठ गई है। ऐसे में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ माह बाद ही बिहार विधानसभा चुनाव होना है। इस चुनाव में नीतीश कुमार को अपनी ताकत पता चल जाएगी। उन्होंने कहा कि जस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनना तय है और इससे उन्हें अब कोई नहीं रोक सकता है।
इस मौके पर राजद नेता और पूर्व विधायक फैसल रहमान ने कहा कि कई दलों के नौजवान साथी आरजेडी में शामिल हुए हैं। इन लोगों के आने से पार्टी में युवा ऊर्जा बढ़ेगी। लोगों ने इस बार के चुनाव में ठान लिया है कि तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है। पूर्व विधायक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के ‘माई—बहिन सम्मान योजना’ को घर-घर तक पहुंचाएं और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने में अपना सहयोग दें। दूसरी ओर इस मौके पर पूर्व मंत्री और नरकटियागंज के राजद विधायक डॉ. शमीम अहमद ने कहा कि पार्टी आगामी चुनाव में मजबूती के साथ जीत दर्ज करेगी।