पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेते वक्त एक मुन्नाभाई स्टूडेंट फर्जीवाड़ा कर एडमिशन लेते हुए पकड़ा गया है। छात्र को उसके छपरा स्थित घर से सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी ने फर्जीवाड़ा कर नीट यूजी की परीक्षा पास की है। उसने एंट्रेंस एग्जाम में अपनी जगह डमी कैंडिडेट को बिठाकर परीक्षा पास कर ली। मेरिट लिस्ट के नाम आने के बाद जब वह पूर्णिया के जीएमसीएच मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एमबीबीएस के लिए एडमिशन लेने पहुंचा, तब उसका यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया।
पूर्णिया जीएमसीएच में काउंसिलिंग में धराया
जानकारी के अनुसार जीएमसीएच में काउंसलिंग के दौरान जब उक्त छात्र नामांकन के लिए आया तो उसके कागजातों की जांच के दौरान उसपर शक हुआ। तत्काल मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उक्त छात्र से शपथपत्र लेकर उसकी नामांकन प्रक्रिया को फ्रीज कर दिया। इसके बाद बीसीईसीई को इस बारे में सूचित कर दिया गया। बीसीईसीई ने सीबीआई को पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद उक्त छात्र के खिलाफ वारंट इश्यू किया गया और छात्र को छपरा स्थित उसके घर से सीबीआई की टीम अपने साथ ले गई।
अपने बदले किसी अन्य व्यक्ति को बैठाया था
जांच में पता चला है कि सीबीआई के घेरे में आये इस छात्र ने खुद परीक्षा नहीं दी थी। उसने एंट्रेंस एग्जाम में अपने बदले डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाया था। पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि उक्त छात्र के एडमिट कार्ड पर चिपकायी गयी तस्वीर से उसके चेहरे का मिलान नहीं हो रहा था। इससे आशंका हो गयी थी कि उसकी जगह पर डमी परीक्षार्थी ने परीक्षा दी है। सीबीआई के संज्ञान में मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने जीएमसीएच पूर्णिया से संपर्क साधा और उक्त छात्र द्वारा नामांकन के दौरान पूर्णिया मेडिकल कॉलेज प्रशासन को समर्पित किये गये उसके प्रमाणपत्रों को हासिल कर लिया। सीबीआई को सभी कागजातों को सौंपने के लिए कॉलेज प्रशासन ने अपने एक अधिकारी को दिल्ली भेजा था।