NDA में लगातार बैठकों और मान-मनौव्वल के बाद भी सीट बंटवारा फाइनल नहीं हो पाया है। भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान अब तक दो बार लोजपा नेता चिराग पासवान से मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन अंदरखाने से जो बात निकलकर सामने आ रही उसके अनुसार चिराग अभी भी नहीं मान रहे। लगे हाथ चिराग की देखादेखी जीतन राम मांझी भी ‘हिलडुल’ जा रहे। हालांकि एनडीए सूत्रों का कहना है कि सीट शेयरिंग का काम 80 फीसदी तक हो पूरा हो चुका है। भाजपा और जदयू दोनों 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। जबकि चिराग पासवान की पार्टी को 25, मांझी को 8 और कुशवाह की पार्टी को 5 सीटें भाजपा और जदयू देना चाहती है। इस फॉर्मूले पर मांझी तो मान गए, परंतु लोजपा रामविलास के चिराग ने संख्या कबूलने के साथ ही, अपनी पसंद वाली 25 सीटों की नई शर्त रख दी है। उनकी पसंद वाली कई सीटें ऐसी हैं जहां से अभी भाजपा, जदयू और मांझी की पार्टी के सीटिंग विधायक हैं।
25 सीटों पर चिराग राजी, लेकिन ये शर्त्त
NDA सूत्रों से जो जानकारी बाहर आ रही है उसके अनुसार अब तक चिराग पासवान और धर्मेंद्र प्रधान तथा विनोद तावड़े की दो बार मुलाकात हो चुकी है। खबर है कि भाजपा नेता चिराग पासवान को 25 सीटों के लिए मना चुके हैं। लेकिन चिराग ने इसके साथ ही बीजेपी को अपनी पसंद की 25 सीटों की लिस्ट भी थमा दी है। कहा जा रहा कि मामला यहीं पर फिर फंस गया क्योंकि चिराग जो सीटें मांग रहे, वहां पिछले चुनाव में भाजपा, जदयू और मांझी के विधायक जीते थे। सूत्रों ने बताया कि चिराग की पसंद वाली सीटों में चंपारण की गोविंदगंज, वैशाली की लालगंज, महनार, बेगूसराय की मटिहानी, जमुई, चकाई और सिकंदरा सीट शामिल हैं। इसमें से बीजेपी चिराग को अपने कोटे की सीट तो कुर्बान कर देगी, लेकिन असल पेंच यह फंस गया है कि जदयू और हम पार्टी शायद ही अपने सीटिंग विधायक वाली सीट कुर्बान करने के लिए माने।
भाजपा की 2 सीटें मांग रहे चिराग पासवान
दरअसल, चिराग पासवान ने बीजेपी को कुल 25 विधानसभा सीटों की लिस्ट सौंपी है। इन सभी सीटों की लिस्ट नाम के साथ दी गई है कि चिराग कौन सी सीट से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। कहा जा रहा कि चिराग पासवान गोविंदगंज से अपना उम्मीदवार यानी राजू तिवारी को खड़ा करने का मन बना चुके हैं। यहां से फिलहाल BJP के सुनील मणि तिवारी विधायक हैं। इसके साथ ही चिराग लालगंज में भी अपना उम्मीदवार उतारना चाह रहे। इस सीट पर वर्तमान में बीजेपी के संजय सिंह विधायक हैं। NDA सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि भाजपा अपनी इन दो सीटों में से एक या दोनों चिराग के लिए कुर्बान कर दे। लेकिन क्या यही कुर्बानी जदयू और जीतन राम मांझी की पार्टी करेगी, यह नहीं लगता है। ऐसे में एनडीए में सीट शेयरिंग का मामला फंसता दिख रहा है।
JDU-HAM की इन 3 सीटों पर चिराग की नजर
एनडीए सूत्रों ने खबर दी है कि चिराग पासवान ने जदयू की वैशाली और मटिहानी तथा मांझी की पार्टी हम की सिकंदरा सीट पर भी अपनी दावेदारी ठोकी है। वैशाली सीट से जदयू के सिद्धार्थ पटेल विधायक हैं। जबकि मटिहानी से चिराग की पार्टी LJP से राज कुमार सिंह चुनाव जीते थे, लेकिन वो पाला बदलकर जदयू में चले गए। इसके अलावा जमुई की सिकंदरा सीट से केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के प्रफुल्ल मांझी विधायक हैं। एनडीए के लिए मुश्किल यह है कि चिराग की इन पसंदीदा सीटों में भाजपा अपने कोटे वाली 2 सीटों का तो उपाय कर सकती है। लेकिन असल मामला जदयू और हम की 3 सीटों पर ही आकर फंस गया है। माना जा रहा कि जो चिराग पहले 40 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने की बात कर रहे थे, वो अब 25 पर राजी हैं तो इन तीन सीटों को लेकर वे चुनावों से ठीक पहले NDA से बाहर होने का रिस्क नहीं ले सकते। ऐसे में अगले एक—दो दिनों में NDA की सीट शेयरिंग तय हो जाने की उम्मीद है।