नवादा : किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण का काम काफी धीमी चाल से चल रहा है। इसे मार्च 2021 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य था, लेकिन अभी 15 किलोमीटर क्षेत्र में दोहरीकरण का काम होना बाकी है। धीमी गति से काम होने के कारण इस रेलखंड पर सफर करने वाले यात्रियों को तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि रेलवे की ओर से दावा किया गया है कि इस साल के अंत तक केजी रेलखंड के दोहरीकरण का काम पूरा हो जाएगा।
नवादा से तिलैया के बीच दोहरीकरण का काम बाकी
नवादा स्टेशन से तिलैया जंक्शन के बीच दोहरीकरण का काम बाकी है। वैसे नवादा से चातर के बीच पुल-पुलिया वाले भाग को छोड़कर लगभग 10 किलोमीटर तक स्लीपर बिछाने का काम हो गया है। खुरी नदी पर पुल के अलावा दो अन्य छोटी पुलिया का कार्य शेष रह गया है। केजी रेलखंड के दोहरीकरण के कार्य का प्रावधान रेलवे ने 2016 में किया था। वित्तीय वर्ष-2020-21 के बजट में 280 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना को मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य था।
पहले चरण में मानपुर से वजीरगंज तक लगभग 36 किलोमीटर तक का काम 2019 में ही पूरा हो गया था। दूसरे चरण में वजीरगंज से तिलैया तक 18 किलोमीटर का कार्य अगस्त 2022 में पूरा हो गया। तीसरे चरण में शेखपुरा से लखीसराय 25 किलोमीटर का कार्य फरवरी 2023 में पूरा हो गया और शेखपुरा से काशीचक तक 15 किलोमीटर तक दोहरीकरण जून 2023 तक पूरा कर लिया गया।
इसके बाद काशीचक से वारिसलीगंज स्टेशन तक 23 जनवरी 2024 तक दोहरीकरण का कार्य कर लिया गया। किऊल-गया के बीच 124 किलोमीटर सिंगल रेल लाइन को डबल करने के लिए बजट में प्रावधान के साथ ही विद्युतीकरण का कार्य भी होना था, जो 2018 में पूरा हो चुका है। सिर्फ नवादा स्टेशन से तिलैया जंक्शन के बीच दोहरीकरण का काम पूरा नहीं हुआ है।
वारिसलीगंज से नवादा तक दोहरीकरण का कार्य पूरा
वारिसलीगंज से नवादा तक दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। नए ट्रैक पर ट्रायल शुरू कर दिया गया है। स्पीड ट्रायल के लिए आस-पास के गांवों के लोगों को पटरी से दूर रहने को लेकर्स एहतियातन माइकिंग कराई जा रही है, ताकि कोई दुर्घटना न हो। इस क्रम में नन-इंटरलॉकिंग आदि का कार्य भी संपन्न हो गयाहै। इसको लेकर वरीय अधिकारियों की आवाजाही लगी है। एनआई और स्पीड ट्रायल का काम पूर्ण हो जाने के बाद 25 मई को कमीशनिंग हुई लेकिन त्रुटि पाये जाने के कारण परिचालन रोक दिया गया।
नवादा में नए स्टेशन से होने लगेगा परिचालन
जानकारी के मुताबिक डबल लाइन की शुरुआत के साथ ही नवादा स्थित नए स्टेशन पर ट्रेनें रूकने लगेंगी। नए स्टेशन केवल प्लेटफार्म नंबर दो का काम पूर्ण कर लिया गया है इस पर ही ट्रेनें रूकेंगी। नई पटरी और नए प्लेटफॉर्म के आरंभ के बाद प्लेटफार्म नंबर एक से जुड़े शेष कार्य पूर्ण किए जाएंगे। चूंकि डबल लाइन पर परिचालन के बाद से मेल आदि का कार्य नवादा स्टेशन पर शुरू हो जाएगा, जिससे किसी हद तक अनियमित रेल परिचालन से मुक्ति मिल जाएगी। जानकारी के अनुसार 02 जुलाई को ईस्टर्न रेलवे आयुक्त के निरीक्षण के बाद नवादा से काशीचक तक डबल लाइन पर परिचालन आरंभ होने की संभावना है।
भइया जी की रिपोर्ट