नवादा : जिले के कौआकोल के उग्रवाद प्रभावित निवर्तमान बीडीओ सुनील कुमार चांद का तबादला हो जाने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। नवादा के डीएम आशुतोष कुमार वर्मा के द्वारा कौआकोल बीडीओ श्रीचांद के विरुद्ध प्रपत्र क गठन करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई करने हेतु की गई अनुशंसा के आलोक में ग्रामीण विकास विभाग ने लगातार तीसरा स्पष्टीकरण पूछा है।
इस बार बिहार सरकार ग्रामीण विकास विभाग के अपर सचिव भानु प्रकाश ने बीडीओ से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए डीएम द्वारा प्रतिवेदित आरोपों पर कंडिकावार साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण देने को कहा है। प्रेषित पत्र में उल्लेखित है कि नवादा डीएम के पत्रांक-160, दिनांक- 01 मार्च 2024 के द्वारा प्रतिवेदित आरोपों पर कंडिकावार स्पष्टीकरण एक सप्ताह के अंदर साक्ष्य सहित समर्पित करें कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध नियमानुकूल अनुशासनिक कार्रवाई की जाय?
बता दें कि इसके पूर्व ग्रामीण विकास विभाग सरकार के उप सचिव रवि कुमार के द्वारा 28 मार्च एवं 04 जून को स्पष्टीकरण की मांग की गई थी।
परंतु, बीडीओ द्वारा अब तक कोई ठोस जवाब नहीं दिया जा सका। जिसके बाद 09 जुलाई को सरकार के अपर सचिव भानु प्रकाश में पुनः स्पष्टीकरण कियातो है। बता दें कि कौआकोल में बीडीओ सुनील कुमार चांद की मिलीभगत से मनमाने ढंग से आवास योजना, कन्या विवाह सहित अन्य योजनाओं में काफी धांधली कर सरकारी रुपये की लूट मचाई गई थी। जिसकी शिकायत विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों ने कौआकोल प्रखंड प्रमुख रीना राय एवं उपप्रमुख अनन्त कुमार यादव से किया था।
जिसके बाद प्रमुख रीना राय एवं जदयू नेता संजय यादव के हस्तक्षेप के बाद नवादा के तत्कालीन डीएम एवं डीडीसी के द्वारा तत्कालीन वरीय उपसमाहर्ता विकास पांडेय से मामले की जांच कराई थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद उनके प्रतिवेदन पर डीएम ने बीडीओ को दोषी मानते हुए प्रपत्र-क गठन करने के साथ ही कार्रवाई के लिए विभाग को अनुशंसा किया था। बता दें कि कौआकोल बीडीओ सुनील कुमार चांद का तबादला कर सूर्यगढ़ा, लखीसराय के बीडीओ डॉ. अखिलेश कुमार को कौआकोल का बीडीओ बनाया गया है। फिलहाल सुनील कुमार चांद का किसी प्रखंड में पोस्टिंग नहीं किया गया है। उन्हें विभाग में ही योगदान देने का आदेश दिया गया है।