नवादा : जिले के पशु अस्पतालों में गाय और भैंस के लिए नि:शुल्क सीमेन उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें होंगी। पशुपालन विभाग के पोर्टल पर पशुओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है अन्यथा यह लाभ नहीं मिल सकेगा। अर्थात फिलहाल यह सुविधा केवल कान में टैग लगे गाय और भैंस के लिए ही निःशुल्क है। हालांकि जो पशुपालक अभी तक अपने पशुओं का इयर टैग नहीं लगवा सके हैं, वह तत्काल टैग लगवा कर योजना का लाभ उठा सकते हैं।
चूंकि पोर्टल पर रजिस्टर्ड पशुओं के कान में टैग लगाने की व्यवस्था पशुपालन विभाग द्वारा की गयी थी, जिसका उद्देश्य ही यही है कि सरकारी लाभ से सीधे इन्हें जोड़ा जा सके। इस प्रकार, बिना पंजीकरण वाले मवेशियों के पालकों को शुल्क देना पड़ेगा। यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि कान में टैग लगे यानी रजिस्टर्ड मवेशियों को सामान्य श्रेणी का सीमेन ही दिया जाएगा। सिर्फ सामान्य सीमेन अर्थात कन्वेन्शल सीमेन पर ही यह लाभ प्रदान करने की योजना संचालित की जा रही है।
हालिया दिनों में ईजाद सिर्फ बछिया पैदा होने वाली सीमेन यानी सेक्स्ड शॉर्टेड सीमेन पर हर पशुपालक को 250 रुपए का शुल्क अनिवार्य रूप से देना पड़ेगा। इस सीमेन पर नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध नहीं है। सबसे खास बात यह है कि इस योजना के तहत यह नियम लागू है कि जो पशु पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं होंगे, उनके पशुपालकों को भी अनिवार्य रूप से शुल्क देना पड़ेगा। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले सामान्य पशुपालकों को सामान्य सीमेन अर्थात कन्वेन्शल सीमेन लेने पर 40 रुपए जबकि एससी-एसटी वर्ग के पशुपालकों को 25 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि यह सुविधा पशुपालकों को आर्थिक रूप से बचत करने में मदद करने को लेकर संचालित की जा रही है।
जिले के 23 पशु अस्पतालों में उपलब्ध होगा सीमेन
पशु निदेशालय के निर्देश पर जिले के सभी 23 पशु अस्पतालों में सीमेन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है, जिसे हर पशुपालन अस्पतालों में तैनात मैत्री कर्मियों द्वारा दिया जाएगा। मैत्री कर्मी आवश्यकता पड़ने पर पशुपालकों के घर जाकर भी पशुओं को सीमेन देंगे। मवेशी को अस्पताल में लाकर या मैत्री कर्मी को दरवाजे पर बुला कर भी पशुपालक पशुओं को सीमेन दिला सकते हैं।
योजना के तहत पशुपालन विभाग जिले के अस्पतालों में आने वाली सभी गाय, बाछी और भैंस के गर्भाधान के लिए सीमेन उपलब्ध कराया जाएगा। पशुपालकों को होगी आर्थिक बचत:- पशुओं में सीमेन डालने का कार्य बिहार इन्फ्रास्ट्रक्चर एग्रीकल्चरल फाउंडेशन के बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ तथा निजी क्षेत्रों के सैकड़ों केंद्रों पर किया जाता रहा है। ऐसे में पशु अस्पतालों में निःशुल्क सीमेन सुविधा शुरू होने से पशुपालकों की आर्थिक बचत होगी। सबसे अच्छा यह है कि जिले के जो पशुपालक अब तक अपने मवेशियों को कान में टैग (इयर टैग) नहीं लगवा सके हैं, वे अपने पशुओं का पंजीकरण करा कर इस निःशुल्क सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कहते हैं अधिकारी
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ.दीपक कुमार कुशवाहा कहा कि जिले के सभी 23 पशु अस्पतालों में पहुंचने वाले गाय व भैंस में निःशुल्क सीमेन डालने की सुविधा प्रारंभ की गई है। जिले में 2.30 लाख पशु प्रजनन योग्य श्रेणी के हैं, जिन्हें सीमेन देने के लिए 50 मैत्री कर्मियों की तैनाती की गई है। बिना टैग लगे मवेशियों या बछिया पैदा होने वाले विशेष श्रेणी का सीमेन देने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुसार शुल्क लिया जाएगा। यदि किसी केंद्र पर अनुचित वसूली की शिकायत मिलती है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
भईया जी की रिपोर्ट