नवादा : 31.03.2025 को वृहद आश्रय गृह में कार्यरत अधीक्षिका कुमारी प्रियंका ने आत्महत्या कर ली थी। दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश के द्वारा केन्द्र प्रशासक,वन स्टॉप सेंटर, श्रीमती राजकुमारी एवं जिला मिशन समन्वयक,महिला एवं बाल विकास निगम,हिना तब्बसुम को संयुक्त निरीक्षण करने का आदेश दिया । आदेश के आलोक में केन्द्र प्रशासक,वन स्टॉप सेंटर एवं जिला मिशन समन्वयक,महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा संयुक्त रुप से दिनांक 02.04.2025 को स्थलीय जाँच की गई एवं वृहद आश्रय गृह के कर्मियों से उनकी स्वेच्छा से बयान लिया गया ,जिसकी विवरणी निम्न है-
1. खुशबू कुमारी, भंडारपाल-सह- लेखापाल, वृहद आश्रय गृह:-
स्व0 कुमारी प्रियंका की शादी, दिसम्बर, 2022 में हुई थी। खुशबू कुमारी के द्वारा बताया गया कि जब से गया के आश्रय गृह में उनका योगदान (वर्ष- 2022) किया तब से मैं उनको जानती हूं। बताया गया कि योगदान के समय ही कुमारी प्रियंका शादी-शुदा थी, परंतु वर्ष- 2022 के दिसम्बर माह में उन्होनें लोगो के सामने रिती-रिवाज से शादी की परंतु उनके पति इस शादी से खुश नहीं थे, उनका पति का कहना था कि या तो नौकरी छोड़ दो वरना मैं तुम्हें तलाक देऐ दुँगा।
बालिका गृह गया में उनका कमरा होने के बावजूद कुमारी प्रियंका बाहर एक कमरा रखती थी जहां उनके पति हमेशा आते थे। पति के जाने के बाद प्रियंका के शरीर पर शारीरिक चोट रहती थी। कभी-कभी मार की वजह से हॉस्पीटल में भी भर्ती होना पड़ता था। बालिका आश्रय गृह, गया में गृह संचालन हेतु उपलब्ध करायी जाने वाली अग्रिम राशि प्राप्त होते ही कुमारी प्रियंका के पति- गणेश के द्वारा पुरा पैसा ले लिया जाता था जिससे कुमारी प्रियंका को बालिका आश्रय का संचालन में बहुत कठिनाई होती थी। हमेशा कुमारी प्रियंका के द्वारा अपने कर्मियों से छोटे-छोटे खर्चों के लिए कर्ज लेनी पड़ती थी।
कुमारी प्रियंका द्वारा 27 मार्च को डी.एन.सी करवाया गया था जिसके लिए उनके द्वारा अनीता कुमारी, गृह माता से पैसे का मांग उधार के लिए कहा गया था। कुमारी प्रियंका के पास कभी पैसे नहीं रहता था वो पैसे के लिए परेशान रहती थी। आये दिन वो कर्मियों से उधार मांगती रहती थी। कुमारी प्रियंका के पति हमेशा वृहद आश्रय गृह में कार्यरत सभी कर्मियों को कभी भी फोन कर देते थे, चाहे वो रात के 12ः00 बजे या सुबह के 05ः00 बजे वह किसी कर्मी को फोन करने में नहीं हिचकिचाते थे। कुमारी प्रियंका अगर किसी भी कारण अपने पति का फोन नहीं उठा पाती तो वह एक-एक करके सभी कर्मी को फोन करते थे।
2. अनीता कुमारी, गृह माता, वृहद आश्रय गृह :-
कुमारी प्रियंका को योगदान की तिथि जुलाई, 2022 से जानती हूं। बोधगया में जब वो कार्यरत थी तब बहुत शांत रहती थी परंतु शादी के बाद वो बहुत परेशान रहती थी। बालिका आश्रय गृह, गया में कमरे में ना रहकर अपना एक कमरा बाहर रखी हुई थी। अचानक कभी वो रात को अपने कर्मी को बोलकर अपने बाहर रखे आवास पर चली जाती थी, जब वहाँ से लौटकर आती थी तो उनके शरीर पर काफी चोट का निशान रहता था, वो अपने शादी से बहुत परेशान थी, उनके पति उनपर शक करते थे कि वो बाहर किसी के साथ प्रेम प्रसंग में लिप्त थी। पूर्व में जून या जुलाई माह में अपने पति गणेश कुमार के द्वारा रात के लगभग 09ः30 से 10ः00 बजे के बीच फोन करके बताया गया था कि कुमारी प्रियंका फाँसी लगाने जा रही है उन्हें बचा लिजिए। तत्पश्चात मेरे द्वारा वरीय पदाधिकारी को सूचना दी गई जिसके उपरांत नगर थाना प्रभारी वृहद आश्रय गृह में आकर मामले का जायजा लिया तथा कुमारी प्रियंका का काउन्सलिंग करते हुए उनका कथन लिया गया था। एक बार उनके पति के द्वारा उनका मोबाईल तोड़ दिया गया था।
3. संगीता कुमारी, गृह माता, वृहद आश्रय गृह:-
इनके द्वारा बताया गया कि मैं 17 मई से इन्हें जानती हुँ। कुमारी प्रियंका अधिकांश समय मोबाईल पर बात करती रहती थी और रोती रहती थी, बार-बार कुमारी प्रियंका के द्वारा बताया जाता था कि उनके पति उनपर शक करते है तथा नौकरी छोड़ने को कहते है। माह-सितम्बर, 2024 में वह अवकाश पर गई थी परंतु अचानक लगभग 12ः30 बजे वो वापस लौट आई और मुझे बाहर का दरवाजा खोलने को कहा , दरवाजा खोलते ही पाया गया कि कुमारी प्रियंका चलने में असमर्थ थी, सिर पर गहरी चोट का निशान था, मेरे द्वारा पूछा जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि मैं गिर गई और चोट लग गया है। वो अगले दिन सदर अस्पताल ईलाज के लिए गई थी।
26 फरवरी 2025 को अचानक रात को 02ः00 बजे उनके पति वृहद आश्रय गृह के मुख्य द्वार पर खड़े होकर दरवाजा खोलने के लिए कह रहे थे परंतु प्रियंका जी के द्वारा गार्ड को द्वार नहीं खोलने को कहा गया, उनके द्वारा रूम पर आकर मार पीट किया जाता है। तत्पश्चात 05ः00 बजे सुबह में प्रियंका जी स्वयं जाकर दरवाजा पर से अपने पति को लेकर आई। उसी दिन 08ः00 बजे उनके पति के द्वारा कैम्पस में काफी लड़ाई झगड़ा किया।
4. मीरा देवी, सहायक रसोईया, वृहद आश्रय गृह,नवादा: –
इनके द्वारा बताया गया कि प्रियंका जी बालिका आश्रय गृह, गया से जानती हुँ। प्रियंका जी पूर्व से लव-मैरिज की हुई थी बाद में वर्ष 2022 में इन्होने सामाजिक शादी की, वह अपने शादी से बहुत परेशान रहती थी, उनके पति उनके साथ मार-पीट करते थे। प्रियंका मैडम हमलोगो के साथ बहुत अच्छी थी, परंतु अपने शादी-सुदा जीवन से बहुत परेशान रहती थी।
5. स्नेहलता, पारा मेडिकल पर्सन, वृहद आश्रय गृह :-
इनके द्वारा बताया गया कि कई बार प्रियंका जी फोन पर बात करते हुए रोती रहती थी उनके द्वारा कई बार अपने पति को कहती थी कि ‘‘ प्लीज‘‘ ऐसा मत कीजिए, हम आ रहे है।‘‘ हमेशा वह यह लाईन बोलती रहती थी। प्रियंका जी हमेशा बोलती थी कि मेरे पति कहते है कि नौकरी छोड़ दो हम तुम्हारा सब कुछ पुरा करेगें, परंतु उनके द्वारा बताया जाता था कि यदि हम जॉब छोड़ देगे तो वह मुझे छोड़ देंगे। प्रियंका जी के पास कभी 05 रूपये भी नहीं रहता था उनका पति सारा पैसा ले लेता था। इनके द्वारा शादी से परेशान रहने की बात गया से ही बताया जाता रहा है।
6. सोनी कुमारी, कान्सटेबल- वृहद आश्रय गृह :-
इनके द्वारा बताया गया कि उनके पति हमेशा उनके साथ मार-पीट करते थे, एक बार उनको वृहद आश्रय गृह के कैम्पस में भी डरा धमका रहे थे, उस समय प्रियंका जी मझे अपना मोबाईल ओर स्कूटी का चाभी दी कि ये झगड़ा करेंगे और मोबाईल तोड़ देंगे। प्रियंका मैडम बोलती थी कि अगर मैं अपने पति का ‘‘कॉल‘‘ काट देती हुँ तो वह कहते है कि आप कहीं और विजी रहते है। वो मुझपर शक करते है।
7. वृहद आश्रय गृह, की कुछ बच्चियों से बात किया गया, उनके द्वारा बताया गया कि प्रियंका मैडम बहुत अच्छी थी। वो हमेशा परेशान रहती थी कि मेरे हसबैंड बुला रहे है। मुझसे झगड़ा कर रहे है मुझे घर जाना है। वो हमेशा छुट्टी पर रहती थी, 02 दिन का बोलकर जाती थी परंतु 05,06 दिन नहीं आती थी। बच्चियों द्वारा बताया गया कि वो कार्यालय कार्य से नहीं अपने घर से परेशान रहती थी। एक बच्ची के द्वारा बताया गया कि जिस दिन मैडम सुसाइड की है उसके 01-02 दिन पहले मैडम बहुत रो रही थी, पुछने पर बोली कि अब जीने की इच्छा नहीं करता है बहुत थक गई हुँ मैं जिन्दगी से।
वो कार्यालय का कार्य बहुत अच्छे से करती थी। वह काम से भागने वाली महिला नहीं थी, वह काम पुरा करती थी, जिस दिन उन्होने सुसाइड की उस दिन सुबह में वह पुरा ऑफिस का काम करके गई है पुरा टेबल,अलमीरा की साफ-सफाई करके गई। उपरोक्त वक्ताओं के कथन से स्पष्ट होता है कि कुमारी प्रियंका अपने पति से अत्यंत परेशान थी। इसके साथ ही 10 जनवरी 2025 को कुमारी प्रियंका के पति श्री गणेश कुमार सिंह ने जिला बाल संरक्षण ईकाई को एक भ्रामक मेल भेज कर यह सूचना दी थी कि कुमारी प्रियंका द्वारा दो बच्चों आयुष एवं अंश कुमार को अगवा कर लिया गया है,ये दोनों बच्चे कुमारी प्रियंका के भतीजे थे जिन्हें अगवा करने का झूठा आरोप श्री सिंह के द्वारा लगाया गया था।
26 फरवरी 2025 को दोबारा मेल भेज कर उन्होंने यह गलत आरोप लगाने के लिए माफी मांगी।श्री सिंह द्वारा इस तरह का कृत्य कुमारी प्रियंका के साथ और भी बार किया गया था। इसके अतिरिक्त दिनांक 07/07/2024 को कुमारी प्रियंका द्वारा अपने पति से फोन पर बात करते समय लड़ाई होने के कारण आत्महत्या का प्रयास किया गया था जिसके आशय का सनहा नगर थाना (376/24)में दर्ज कराया गया था। उपरोक्त परिस्थितियों से स्पष्ट होता है कि कुमारी प्रियंका को उनके पति श्री गणेश कुमार सिंह कई तरीकों से परेशान करते थे जिस कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। जिला पदाधिकारी द्वारा उनके पति के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।
भईया जी की रिपोर्ट