नवादा : बिहार राज्य बार कौंसिल अपने ही आदेश का पालन कराने में विफल साबित हो रही है। जिला अधिवक्ता संघ को भंग कर तदर्थ कमेटी का गठन तो कर दिया लेकिन दो माह के बजाय छह महीने बाद भी चुनाव कराने में विफल साबित हो रहा है। राज्य कौंसिल से बार बार अनुरोध किये जाने के बावजूद चुनाव नहीं कराये जाने से अधिवक्ताओं में आक्रोश गहराने लगा है। जाहिर है जब चुनाव नहीं होगा तो मनमानी बढ़ेगी सो कमेटी की मनमानी बढ़ती जा रही है।
पहले उपस्थिति आदि में मनमानी वृद्धि कर दी। जब 28 मार्च की बैठक में इसका विरोध अधिवक्ताओं ने किया तो चुप्पी साध ली। परिणाम ली। और तो और पुराने अधिवक्ता भवन के किरायेदारों के किराये में मनमानी वृद्धि के प्रस्ताव पर न केवल अधिवक्ताओं ने विरोध किया बल्कि प्रस्ताव पारित नहीं होने दिया। हालात यह कि 29 मार्च से अधिवक्ताओं द्वारा सादे कागज पर उपस्थिति न्यायालय में दाखिल करायी जा रही है जिससे संघ को आर्थिक क्षति हो रही है। ऐसे में अधिवक्ता संजय कुमार के नेतृत्व में राज्य बार कौंसिल को एकबार फिर आवेदन देकर जिला अधिवक्ता संघ का चुनाव कराने की मांग की है।
भईया जी की रिपोर्ट